Move to Jagran APP

ये तो बच गए, आप भी सतर्क रहें

इन दिनों साइबर क्राइम करने वाला गिरोह सक्रिय है। कभी पेटीएम में केवाइसी के नाम पर ठगी की जा रही है तो कहीं क्रेडिट कार्ड के रिवार्ड प्वाइंट के नाम पर ठगी हो रही है।

By JagranEdited By: Published: Tue, 07 Jan 2020 07:59 PM (IST)Updated: Wed, 08 Jan 2020 06:08 AM (IST)
ये तो बच गए, आप भी सतर्क रहें
ये तो बच गए, आप भी सतर्क रहें

सोनू, शाहकोट

prime article banner

इन दिनों साइबर क्राइम करने वाला गिरोह सक्रिय है। कभी पेटीएम में केवाइसी के नाम पर ठगी की जा रही है तो कहीं क्रेडिट कार्ड के रिवार्ड प्वाइंट के नाम पर ठगी हो रही है। यही नहीं ओएलएक्स पर भी ठगी की कई वारदातें भी सामने आई हैं। लेकिन इन दिनों सेना का अधिकारी बनकर दुकानदारों को निशाना बनाया जा रहा है। गिरोह के सदस्य आर्मी अफसर बनकर दुकानदारों को ऑर्डर देते हैं और डेबिट कार्ड की फोटो मांगकर ठगने की कोशिश में हैं। शाहकोट में बीते सप्ताह ऐसे ही एक ठग गिरोह ने लोगों को अपना शिकार बनाने की कोशिश की। हालांकि वे अपने इरादों में सफल नहीं हो सके। ये तो बच गए आप भी सतर्क रहें। केस 1

मेन बाजार स्थित चोपड़ा डेयरी के मालिक विनोद कुमार चोपड़ा ने बताया कि उन्हें पांच जनवरी रात्रि साढ़े नौ बजे 78038-78415 नंबर से फोन आया। बोलने वाले ने खुद को सेना का अधिकारी बताते हुए डेयरी का सामान लिखवाया। उन्होंने उनका ऑर्डर छह किलो मक्खन, पांच किलो देसी घी, चार किलो दूध और 10 किलो पनीर पैक करके बिल बनाकर बिल की फोटो वाट्सएप पर भेज दी। इसके बाद उसे स्वंयभू आर्मी ऑफिसर ने कहा कि उसका ड्राइवर आकर पैसे देकर सामान ले जाएगा। थोड़ी देर बाद फिर उसका फोन आया और कहा कि ड्राइवर एटीएम से पैसे निकलवाने गया था लेकिन वहां पर कार्ड ब्लॉक हो गया है। आप अपने डेबिट कार्ड की तस्वीर खींचकर वाट्सएस पर भेज दो, ऑनलाइन पैसे डलवा देंगे। दुकानदार ने शक होने पर डेबिट कार्ड की तस्वीर नहीं भेजी। इसके बाद न तो कोई व्यक्ति सामान लेने आया और न ही किसी का फोन आया। केस 2

मलसिया रोड पर स्थित पाल चिकन कॉर्नर के मालिक हरपाल सिंह ने भी ऐसे ही एक आर्मी अफसर का फोन आने की बात कही। उन्होंने बताया कि 23 दिसंबर को सुबह 9.30 बजे उन्हें भी एक आर्मी अफसर का फोन आया था। उससे भी ठग ने डेबिट कार्ड की फोटो कॉपी मांगी। उसने भी फोटो कॉपी नहीं दी और तुरंत बैंक से संपर्क किया। बैंक वालों ने भी उसे किसी को भी डेबिट कार्ड की तस्वीर न भेजने को कहा। केस 3

ऐसा ही वाक्या अवतार सिंह के ढाबे पर 23 दिसंबर की रात को हुआ। अवतार सिंह को भी एक व्यक्ति का फोन आया और उसे 12 लोगों का खाना पैक करवाकर बिल ड्राइवर के हाथ भिजवाने की बात कही। साथ ही उससे भी डेबिट कार्ड की फोटो भेजने को कहा गया। उसने भी फोटो कॉपी नहीं भेजी और वह भी लुटने से बच गया। स्विच ऑफ मिला फोन नंबर

जब दुकानदारों द्वारा बताए गए नंबर नंबर 78038-78415 पर कॉल की तो वह स्विच ऑफ आया। इसके बाद दूसरे नंबर 97702-15411 पर फोन किया तो एक व्यक्ति से बात हुई तो उसने घबराकर फोन बंद कर दिया। ट्रूकॉलर में अमन कुमार के नाम के साथ एक आर्मी ऑफिसर की तस्वीर आ रही है जबकि व्हाट्सएप नंबर पर कुछ आर्मी ऑफिसर नौजवानों की तस्वीर वर्दी और सिविल में दिखाई दे रही है। कुछ जरूरी बातें

-किसी को भी अपने डेबिट या क्रेडिट कार्ड का नंबर न बताएं

-किसी को भी ओटीपी नंबर नहीं बताएं

-अपने फोन में भी डेबिट या क्रेडिट कार्ड की फोटो न रखें

-थोड़े-थोड़े समय बाद अपना पिन नंबर बदलते रहें

-किसी भी मैसेज के साथ आए लिंक को ओपन न करें

- ट्रूकॉलर पर भी विश्वास न करें

-शक होने पर तुरंत बैंक में फोन करें


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.