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कोरोना को हराने में जुटीं जालंधर की महिलाएं, घर पर तैयार कर रहीं मास्क

इन मास्क की कीमत करीब 8 से 20 रुपये है। हर महिला घर में काम करके 400 से 500 रुपये रोज कमी ले रही है।

By Pankaj DwivediEdited By: Published: Mon, 30 Mar 2020 08:15 AM (IST)Updated: Mon, 30 Mar 2020 01:24 PM (IST)
कोरोना को हराने में जुटीं जालंधर की महिलाएं, घर पर तैयार कर रहीं मास्क
कोरोना को हराने में जुटीं जालंधर की महिलाएं, घर पर तैयार कर रहीं मास्क

जालंधर,जेएनएन। कोरोना वायरस को रोकने के लिए 21 दिन के लॉकडाउन किया गया है। मदद का हाथ बढ़ाने के लिए महिलाएं भी मैदान में उतर आई हैं। जालंधर में केंद्र सरकार की मदद से चल रहे चल सेल्फ हेल्प ग्रुप की महिलाओं ने चुनौती के इस समय में मास्क बनाने के काम शुरू किया है। करीब 400 महिलाएं अपने घरों में ही मास्क तैयार कर रही हैं। यह काम सेल्फ हेल्प ग्रुप नगर निगम की एडिशनल कमिश्नर बबीता कलेर, प्रोजेक्ट इंचार्ज निर्मलजीत कौर की देखरेख में चल रहे हैं।

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एक हेल्प ग्रुप में 7 से 10 मेंबर होते हैं। सेल्फ हेल्प ग्रुप को संगठित करने वाली सोशल वर्कर रीमा सोनी ने महिलाओं को काम देने में बड़ी भूमिका निभाई है। रीमा सोनी बताती हैं कि पहले सेल्फ हेल्प ग्रुप से जुड़ी महिलाएं कपड़े के थैले, गर्मियों के कपड़े बनाने पर जोर दे रही थीं, लेकिन कोरोना को हराने के लिए इस बार मास्क बनाने शुरू कर दिए गए हैं। हालांकि अब कर्फ्यू  के कारण मास्क के लिए कपड़ा मुश्किल से मिल रहा है लेकिन अभी कपड़े का स्टॉक है। सभी महिलाओं को घर पर ही काम मिलने से उनकी रोजी रोटी भी चल रही है। उन्होंने बताया कि मास्क तीन तरह का बनाया जा रहा है। इनकी कीमत 8 से करीब 20 रुपये है। हर महिला घर में काम करके 400 से 500 रुपये रोज कमी ले रही है।

आठ हजार मास्क नि:शुल्क बांटे

लॉकडाउन से जहां देश में कारोबार ठप हो गए हैं। वहीं आपात स्थिति में मास्क बनाने के कई काम से एक नया स्टार्ट अप मिला है। सोशल वर्कर रीमा सोनी ने बताया कि मास्क से जरूरतमंद महिलाओं को काम मिला है। माक्स की डिमांड काफी ज्यादा है इसलिए आने वाले दिनों में यह काम और बढ़ेगा। सीमा ने बताया कि महिलाओं की तरफ से बनाए गए करीब 8 हजार मास्क लोगों को मुफ्त बांटे गए हैं। अलग-अलग इलाकों में कैंप लगा कर लोगों को मास्क दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि अब कपड़ा खत्म होने को है तो जरूरी है कि प्रशासन उन्हें बाजार से कपड़ा उपलब्ध करवा दे। सेल्फ हेल्प ग्रुप कोरोना के खिलाफ लड़ाई में सरकार के साथ डट कर काम करेंगे।

आम लोग एहतियात के तौर पर पहन सकते हैं मास्क : डॉ. सतीश

जिला एपीडिमोलॉजिस्ट डॉ. सतीश कुमार ने कहा कि यह सराहनीय कदम है। ये मास्क आम लोग एहतियात के तौर पर इस्तेमाल कर सकते हैं। धोने योग्य इस मास्क की कीमत भी कम ही होगी, लेकिन मरीज या संदिग्ध इसे न इस्तेमाल करें।


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