जेल में कैदियों को पहलवानी के गुर सिखा रहे पूर्व मेयर सहगल, सुरक्षा में चार गार्ड तैनात
जेल में सहगल की बैरक के बाहर चार सुरक्षा गार्ड तैनात कर दिए गए हैं। वे यहां चौबीस घंटे पहरा देंगे। बैरक में उनके साथ तीन और बंदियों को रखा गया है।
जागरण संवाददाता, जालंधर : नगर निगम के बिल्डिंग इंस्पेक्टर से मारपीट के आरोप में जेल गए पूर्व मेयर सुरेश सहगल ने पहले दिन कैदियों और अफसरों को पहलवानी के गुर सिखाए। वह अपने अनुभव साझा करने के साथ-साथ उन्हें पहलवानी में हासिल उपलब्धियों के बारे में भी बता रहे हैं। सहगल अपने जमाने में पंजाब के नामी पहलवान रह चुके हैं। इस बीच जेल में उन पर हमले का खतरा देखते हुए जेल प्रशासन ने उनकी बैरक के बाहर चार सुरक्षा गार्ड तैनात कर दिए गए हैं। वे चौबीस घंटे पहरा देंगे। उनकी बैरक में तीन और बंदियों को रखा गया है। दूसरी ओर जेल के अफसर इसे रूटीन मामला बता रहे हैं। सहगल को चीफ ज्यूडीशियल मजिस्ट्रेट की कोर्ट ने वीरवार को 30 जनवरी तक जेल भेजा है।
बैरक नंबर 10 बना ठिकाना
जमानत मिलने तक पूर्व मेयर सुरेश सहगल का ठिकाना कपूरथला जेल की बैरक नंबर 10 रहेगी। सहगल को वहां तीन और बंदियों के साथ रखा गया है। यह तीनों बंदी घरेलू विवाद जैसे छिटपुट मामलों में जेल में बंद हैं। पूर्व मेयर को बैरक में भेजने से पहले तीनों की अच्छी तरह से तलाशी ली जा चुकी है। अंदर किसी किस्म का कोई खतरा नहीं है।
दाल-रोटी खाई, उदासी में कटी रात
सहगल को खाने में आम बंदियों की तरह ही दाल-रोटी दी गई, जो उन्होंने खा ली। हालांकि पूरी रात उनकी उदासी में कटी। वह ठीक से सो भी नहीं पाए। उदासी के इस कारण को वे किसी से सांझा नहीं कर रहे।
ज्यादातर समय पूजा-पाठ में बिताया
जेल के अंदर सहगल ने अपना ज्यादातर समय पूजा-पाठ में बिताया। वे भगवान हनुमान के परम भक्त हैं। इसलिए अंदर वो श्री हनुमान चालीसा का पाठ भी करते रहे। उनके वकील एडवोकेट कमल सचदेवा ने भी इसकी पुष्टि की है कि इस समय के दौरान वो पूजा-पाठ में खुद को व्यस्त रख रहे हैं।
सेशन कोर्ट में जमानत याचिका
पूर्व मेयर सुरेश सहगल के जेल जाने के बाद शुक्रवार को जिला एवं सेशन कोर्ट में उनकी जमानत याचिका लगा दी गई है। पूर्व मेयर के वकील एडवोकेट कमल सचदेवा ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि इस बारे में शनिवार तक स्पष्ट हो जाएगा कि इसकी सुनवाई किस तारीख को होगी।
वीडियो ने पहुंचा दिया जेल
सहगल की बिल्डिंग इंस्पेक्टर दिनेश जोशी के साथ मारपीट करते वक्त बनाई वीडियो ही उनके खिलाफ अहम सबूत बनी। इसी के आधार पर सुप्रीम कोर्ट तक उनकी जमानत मंजूर नहीं हुई। इसके बाद उन्होंने चीफ ज्यूडीशियल मजिस्ट्रेट की कोर्ट में सरेंडर कर दिया। वीरवार को इसके बाद उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया।
एक तस्वीर में निगम के इंपेक्टर दिनेश जोशी से मारपीट करते दिखते पूर्व मेयर सहगल। इसकी वीडियो उनके खिलाफ अहम साक्ष्य सिद्ध हुई है।
सामान्य कैदी की तरह रखा : एसपी खन्ना
कपूरथला जेल के सुपरिंटेंडेंट एसपी खन्ना ने कहा कि सहगल को जेल में सामान्य कैदी की तरह रखा गया है। खाना भी वो जेल में बना ही खा रहे हैं। उनकी बैरक नंबर दस के बाहर चार गार्ड तैनात हैं, जो उनके जेल में रहने तक तैनात रहेंगे। बैरक में सामान्य अपराधों में बंद बंदियों को उनके साथ रखा गया है।