सरबत दा भला एक्सप्रेस चलाने को लेकर हुए विवाद में तीन कर्मचारियों ने दिया जवाब Jalandhar News
जालंधर में सरबत दा भला एक्स. ट्रेन चलाने को लेकर हुए विवाद में चीफ लोको इंस्पेक्टर को सस्पेंड करके उन्हें फिरोजपुर तलब किया गया है।
जालंधर, जेएनएन। नई दिल्ली से लोहियां खास तक चलाई गई सरबत दा भला एक्सप्रेस को पहले ही दिन चार अक्टूबर को जालंधर स्टेशन पर चलाने को लेकर हुए झगड़े के बाद पांच कर्मचारियों पर कार्रवाई की गई है। चीफ लोको इंस्पेक्टर बरिंदर को सस्पेंड करके उन्हें फिरोजपुर तलब किया गया है। वहीं, सीनियर सेक्शन इंजीनियर किरणपाल, लोको पायलट हरजिंदर यादव, सहायक लोको पायलट आदित्य आनंद समेत चार लोगों से जवाब तलबी की गई है। बताते हैं कि उक्त सभी लोग फिरोजपुर में अपना जवाब दे आए हैं।
वहीं, इस मामले को लेकर नॉर्दर्न रेलवे मेन्स यूनियन के पदाधिकारी भी बुधवार को फिरोजपुर में अधिकारियों के साथ मिल रहे हैं। वहां वे इस घटनाक्रम की वीडियोग्राफी संबंधी सबूत भी पेश करेंगे। उनमें नाराजगी है कि यह एकतरफा कार्रवाई की गई है।
यह है मामला
गुरु नानक देव जी के 550वें प्रकाशपर्व को समर्पित नई दिल्ली से लोहियां खास तक सरबत दा भला एक्सप्रेस शुक्रवार को चलाई गई थी। ट्रेन के जालंधर स्टेशन पर पहुंचने पर उसे चलाने को लेकर विवाद खड़ा हो गया था। लोको स्टाफ का आरोप था कि ट्रेन का इंजन यहीं पर बदला जाना था तो ड्राइवर भी यहीं का होना चाहिए था, मगर लोको पायलट लुधियाना से बिठा दिया गया था। इस पर लोको पायलेट स्टाफ ने ऐतराज करते हुए ट्रेन के आगे प्रदर्शन करना शुरू कर दिया था। ट्रेन के इंजन रूम में लगातार बहसबाजी होती रही और हाथापाई करते हुए चीफ लोको इंस्पेक्टर (सीएलआई) विजय कुमार को ट्रेन से खींच कर नीचे उतार लिया गया था। हालांकि उन्होंने फिर से भाग कर ट्रेन में चढ़ने की भी कोशिश की थी, पर उसे स्टाफ के सदस्यों ने पकड़ लिया था।
विरोध करने वालों का आरोप था कि सुलतानपुर लोधी रूट पर ट्रेन चलाने की बीट उनकी है, तो ड्राइवर भी उन्हीं का हो। प्रशासन की तरफ से लोको स्टाफ को मैसेज आया था कि अपने क्रू को तैयार रखें और उन्हें भी पूरी उम्मीद थी कि ट्रेन उन्हें ही दी जाएगी। मगर रेल प्रशासन की तरफ से लुधियाना से ही क्रू को भेज दिया गया था।