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नशा छुड़ाओ केंद्रों पर कसा शिकंजा तो ब्रूर्फीनोरफीन बेचने की तौबा

नशे के गिरफ्त में आए लोगों को सस्ती दवा मुहैया करवाने के फरमान के बाद नशा छुड़ाओ केंद्रों दवा की बिक्री करने से कन्नी काट ली है।

By JagranEdited By: Published: Fri, 06 Dec 2019 07:40 PM (IST)Updated: Fri, 06 Dec 2019 07:40 PM (IST)
नशा छुड़ाओ केंद्रों पर कसा शिकंजा तो ब्रूर्फीनोरफीन बेचने की तौबा
नशा छुड़ाओ केंद्रों पर कसा शिकंजा तो ब्रूर्फीनोरफीन बेचने की तौबा

जागरण संवाददाता, जालंधर : राज्य में नशे के कारोबार पर शिकंजा कसा जा रहा है। वहीं, राज्य सरकार द्वारा नशे के गिरफ्त में आए लोगों को सस्ती दवा मुहैया करवाने के फरमान के बाद निजी नशा छुड़ाओ केंद्रों व रिहैबिलिटेशन सेंटरों ने दवा की बिक्री करने से कन्नी काट ली है।

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जिले के पांच नशा छुड़ाओ केंद्रों के डॉक्टरों ने ब्रूर्फीनोरफीन 2 एमजी व निलोक्सीन 0.5 एसजी की दवा न खरीदने और बेचने का फैसला किया है। इस बारे में उन्होंने सेहत विभाग को लिखित रूप में दे दिया है।

सेहत विभाग की ओर से नशे छुड़ाने के लिए नशा छुड़ाओ केंद्रों में आने वाले लोगों के लिए ब्रूर्फीनोरफीन 2 एमजी व निलोक्सीन 0.5 एसजी की दवा सस्ती करने व लेखा जोखा रखने को लेकर सख्ती के बाद निजी सेंटरों ने हाथ खींच लिया है। सरकार ने ब्रूर्फीनोरफीन 2 एमजी व नेलोजॉन 0.5 एसजी की गोली 7.50 रुपये बेचने के आदेश जारी किए हैं, जबकि सरकार इन्हें 6 रुपये प्रति गोली बेचेगी। दवा में लाभ कम होने व लेखा-जोखा रखने की नीति से डॉक्टरों को परेशानी है। इससे पहले निजी नशा छुड़ाओ केंद्र मरीजों से 35-38 रुपये प्रति गोली वसूल रहे थे और लेखा जोखा भी मनमर्जी के साथ रखते थे। विभाग की ओर से सस्ती दवा खरीदने के लिए भी डॉक्टर कम रुचि दिखा रहे हैं। नशा छुड़ाओ एवं रिहैबिलिटेशन सेंटरों के डॉक्टरों ने सिविल सर्जन के साथ बैठक की और पांच सेंटरों ने ब्रूर्फीनोरफीन 2 एमजी व निलोक्सीन 0.5 एसजी की दवा न खरीदने और न बेचने की बात कही। इस बारे में उन्होंने विभाग को लिखित में दे दिया है।

दवा न बेचने वाले सेंटरों पर होगी कड़ी निगरानी

सिविल सर्जन डॉ. गुरिदर कौर चावला का कहना है कि नशा छुड़ाओ केंद्रों में दवा की नीति लागू करवाने के लिए बैठक हुई थी। पांच सेंटरों ने दवा न खरीदने व न बेचने को लेकर विभाग के लिखित रूप में दे दिया है। इन सेंटरों पर कड़ी निगरानी रखी जाएगी। इनसे दवा बरामद हुई तो विभागीय कार्रवाई की जाएगी। इसके अलावा दूसरे सेंटरों में भी दवाइयों की बिक्री व स्टाक को लेकर जांच पड़ताल मुहिम चलाई जाएगी।

चार सेंटरों को हुई 13 हजार गोलियां सप्लाई

सेहत विभाग के फरमान के बाद जिले में विभाग ने ब्रूर्फीनोरफीन 2 एमजी व निलोक्सीन 0.5 एसजी की 13 हजार गोलियां सप्लाई की हैं। विभाग ने नील अस्पताल , सतकार अस्पताल, न्यूरो सायक्रेटी अस्पताल और अशोका न्यूरो अस्पताल में सप्लाई दी है। विभाग को इन सेंटरों से 78 हजार रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ।


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