डीएनबी के दूसरे बैच की पहली छात्रा ने किया ज्वाइन, सिविल की टीम ने किया स्वागत
नई दिल्ली की रहने वाली डॉ. सोनम यादव का सिविल अस्पताल में पहुंचने पर अस्पताल की टीम ने उनका स्वागत किया।
जालंधर, जेएनएन। नेशनल बोर्ड ऑफ एग्जामिनेशन (एनबीई) की ओर से सिविल अस्पताल में मेडिसन, सर्जरी और अनेस्थीसिया में डीएनबी (डिप्लोमेट ऑफ नेशनल बोर्ड) और एनेस्थीसिया डिप्लोमा की दो-दो सीटों के लिए दूसरे बैच वर्ष 2020 के लिए विद्यार्थियों ने आना शुरू कर दिया है। शुक्रवार को दिल्ली की एक छात्रा सिविल अस्पताल में पहुंच गई। सिविल अस्पताल के मेडिकल सुपरिंटेंडेंट डाॅ. हरिंदर पाल सिंह ने बताया कि एनबीई की ओर से काउंसलिंग व अन्य प्रक्रिया पूरी करने के बाद छह विद्यार्थी आगामी दिनों में डीएनबी की क्लासें ज्वाइन करेंगे।
नई दिल्ली की रहने वाली डॉ. सोनम यादव का सिविल अस्पताल में पहुंचने पर अस्पताल की टीम ने उनका स्वागत किया। इस माह के अंत तक बाकी विद्यार्थी भी पहुंच जाएंगे। अगले माह के दूसरे सप्ताह में डिप्लोमा एनेस्थीसिया के लिए सूची जारी होगी। अगले महीने नए सेशन का आगाज हो जाएगा। वहीं, इस सेशन में डीएनबी गायनी की दो सीटों को हरी झंडी मिलने की संभावना है। इस मौके पर डॉ. चन्नजीव सिंह, डॉ. कश्मीरी लाल, डॉ. सतिंदर बजाज, डॉ. अशोक थापर, डॉ. रमन गुप्ता और डॉ. परमजीत सिंह के अलावा स्टाफ के अन्य सदस्य मौजूद थे।
यह है डीएनबी
एसएमओ डाॅ. सतिंदर जीत सिंह बजाज का कहना है कि डीएनबी चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान विभाग की ओर से नेशनल बोर्ड ऑफ एग्जामिनेशन (एनबीआई) द्वारा दी जाने वाली डिग्री का नाम है। डीएनबी को एमएस और एमडी के बराबर माना जाता है। कोई भी एमबीबीएस विद्यार्थी एनबीआई डीएनबी करने के बाद देश के सरकारी और गैर सरकारी अस्पतालों में बतौर स्पेशलिस्ट काम करने के लिए मान्य हो जाता है।
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