दस करोड़ के पटाखों के धुएं में उड़े आदेश
दीवाली पर इस बार जिले में 10 करोड़ रुपये के पटाखे जलाए गए।
जागरण संवाददाता, जालंधर
दीवाली पर इस बार जिले में 10 करोड़ रुपये के पटाखे जलाए गए। पटाखों के धुएं में सरकारी आदेश भी उड़ गए। सरकार ने पटाखे चलाने के लिए रात 8 से 10 बजे तक का समय निर्धारित किया था, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। रात दस बजे के बाद भी पटाखे चलते रहे। शहर में रात 12 बजे के बाद भी पटाखों की आवाजें आती रहीं। यहां तक कि बर्ल्टन पार्क में ही कई दुकानें रात 10 बजे तक खुली रही।
जिला प्रशासन द्वारा पटाखे जलाने का समय निर्धारित करने के साथ ही इस बार केवल ग्रीन पटाखे चलाने के निर्देश दिए गए थे, जबकि ग्रीन पटाखों के चयन को लेकर दुकानदार व ग्राहक असमंजस में रहे। कारण बर्ल्टन पार्क में पटाखे बेचने वाले अधिकतर लाइसेंस होल्डर साल भर दूसरे कारोबार करते हैं। इसके चलते वह भी ग्रीन पटाखों को लेकर अनभिज्ञ रहे। पटाखा कारोबारी राज कुमार बताते हैं कि ग्रीन पटाखों को लेकर निर्माताओं ने कोई जानकारी नहीं दी गई। दूसरा इस बार लाकडाउन से पहले पटाखों की बुकिग करवाई गई थी। उस समय ग्रीन पटाखों को लेकर कोई हिदायत जारी नहीं की गई थी, जिसके चलते दुकान पर हर तरह के पटाखे बेचे गए। देर रात पटाखे चलाने पर 14 मामले दर्ज
दीवाली पर रात को 10 बजे के बाद पटाखे चलाने पर पाबंदी थी, लेकिन रात 12 बजे के बाद भी कई इलाकों में पटाखे चले। डीसीपी गुरमीत सिंह ने बताया कि शहर में देर रात पटाखे चलाने वालों पर कुल 14 मामले दर्ज किए गए हैं। सारे मामले अज्ञात लोगों के खिलाफ ही दर्ज हुए हैं।