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ब‌र्ल्टन पार्क में सजा पटाखा बाजार, इस बार नेताओं के नाम के पटाखे गायब Jalandhar News

पिछले वर्ष दीवाली के सीजन में चुनावों का माहौल था जिसके चलते कई नामी नेताओं के नाम पर पटाखे उतारे गए थे जबकि इस बार ऐसा नहीं है।

By Edited By: Published: Fri, 25 Oct 2019 08:06 PM (IST)Updated: Sat, 26 Oct 2019 09:47 AM (IST)
ब‌र्ल्टन पार्क में सजा पटाखा बाजार, इस बार नेताओं के नाम के पटाखे गायब Jalandhar News
ब‌र्ल्टन पार्क में सजा पटाखा बाजार, इस बार नेताओं के नाम के पटाखे गायब Jalandhar News

जालंधर, [शाम सहगल]। दीपावली को लेकर शहर का ब‌र्ल्टन पार्क पटाखों की दुकानों से गुलजार है। मार्केट में इस बार नेताओं के नाम के पटाखे गायब हैं। इनकी जगह इस बार काला अंगूर, फ्लिपकार्ट व लॉलीपॉप ने ले ली है। इसके साथ ही तमाम तरह के ब्रांड होने के बावजूद 'मुर्गे की बांग' आज भी पटाखा मार्केट में राज कर रही है। खास बात यह है कि मुर्गे ब्रांड के कई उत्पाद की शुरुआत में ही कमी आ गई है। दरअसल, पिछले वर्ष दीवाली के सीजन में चुनावों का माहौल था, जिसके चलते कई नामी नेताओं के नाम पर पटाखे उतारे गए थे, जबकि इस बार ऐसा नहीं है।  

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फ्लिपकार्ट से जगमगाएगा आसमान

ऑनलाइन ट्रेडिंग के लिए सोशल साइट फ्लिपकार्ट वाले फैंसी पटाखे इस बार मार्केट की रौनक बने हुए हैं। इन्हें चलाने पर आसमान में रंग-बिरंगी लाइटें निकलती हैं। यह लाइटें अलग-अलग रंग होने के साथ इनमें फुलझड़ी जैसी चिंगारियां निकलती हैं।

लॉलीपॉप आम नहीं है

लॉलीपॉप के नाम केवल कन्फेक्शनरी उत्पादों में ही लिया जाता है। इस बार पटाखा मार्केट में विशेष रूप से उतारे गए लॉलीपॉप के पटाखे आम नहीं है। इसे चलाने पर पहले रंग-बिरंगी लाइटें निकलती है। उसके बाद बम फटता है। इसकी मांग सीजन के शुरू से लेकर अभी तक बरकरार है।

'मुर्गे की बांग' बरकरार

पटाखा मार्केट में समय के साथ भले ही विभिन्न प्रकार के ब्रांड दस्तक दे चुके हैं। 'मुर्गे की बांग' धीमी नहीं पड़ी है। पटाखों की दुकान पर आते ही ग्राहक सबसे पहले कॉक ब्रांड की मांग करता है। इसकी लोकप्रियता का अंदाजा यहां से लगाया जा सकता है कि मात्र एक दिन में ही कॉक ब्रांड की कई वैराइट में शॉर्टज चल रही है। यही कारण है कि इस बार कॉक ब्रांड पर डिस्काउंट भी बहुत कम दिया जा रहा है।

बिना आग लगाए चलेगा काला अंगूर

पटाखा मार्केट में उतारे गए काला अंगूर के पटाखों को आग लगाने की जरूरत नहीं है। इसे केवल जमीन पर जोर से मारने से ही इसमें चिंगारी के साथ धमाका होगा। इससे पूर्व जमीन पर फेंकने पर केवल बम फटता था, इस बार इसमें चिंगारियां भी निकलेंगी।

बढ़ गया पटाखों का बजट

इस बार पटाखों की बिक्री व खरीद के लिए केवल दो दिन ही बचे हैं। उपर से पटाखों की कीमतें 10 प्रतिशत अधिक होने के चलते बजट बढ़ गया है। पटाखा कारोबारी रवि महाजन का कहना है कि पिछले वर्ष सभी कारोबारियों का माल बिक गया था, जबकि इस बार नए सिरे से माल मंगवाने और कारोबार पर होने वाले खर्च के चलते बजट में इजाफा हुआ है।

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