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गोली चलने से जालंधर के इस कांग्रेसी नेता की मौत..

सूरी गन हाउस में चली गोली, कांग्रेसी नेता शेरगिल की मौत, गन हाउस मालिक पर केस दर्ज।

By JagranEdited By: Published: Wed, 25 Jul 2018 04:45 PM (IST)Updated: Wed, 25 Jul 2018 04:45 PM (IST)
गोली चलने से जालंधर के इस कांग्रेसी नेता की मौत..
गोली चलने से जालंधर के इस कांग्रेसी नेता की मौत..

जालंधर : न्यू संतोखपुरा निवासी कांग्रेसी नेता बलवंत ¨सह शेरगिल की सूरी गन हाउस में गोली लगने से मौत हो गई। सूचना मिलते ही डीसीपी गुरमीत ¨सह, एडीसीपी मंदपी ¨सह, एसीपी दलबीर ¨सह बुट्टर सहित थाना 4 के प्रभारी सुखदेव ¨सह मौके पर पहुंचे। सीसीटीवी कैमरे चेक करने पर पता चला कि गोली गन हाउस के मालिक के हाथ में पकड़े शेरगिल के .22 बोर के रिवॉल्वर से चली है। थाना 4 की पुलिस ने गन हाउस मालिक के खिलाफ बलवंत ¨सह के पिता नछत्तर ¨सह शेरिगल के बयान पर हत्या का मामला दर्ज कर लिया है।

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डीसीपी गुरमीत ¨सह ने बताया कि फुटेज के आधार पर गन हाउस के मालिक माडल टाउन निवासी पर¨मदर ¨सह सूरी के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर लिया गया है। देर रात पुलिस ने गन हाउस के मालिक पर¨मदर ¨सह सूरी को गिरफ्तार कर लिया। हालांकि पुलिस का कहना था कि अभी उसकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है। मौके पर फारेंसिक टीम भी पहुंच गई थी। पुलिस को जो रिवॉल्वर मौके से मिली, उसमें चार गोलियां थीं और वहां से एक खाली कारतूस भी मिला।

इंग्लैंड जाने वाला था बलवंत

पुलिस को दिए बयान में बलवंत के पिता नछत्तर ¨सह ने बताया कि उनका बेटा जुलाई महीने के आखिर में इंग्लैंड जाने वाला था। वो हर साल वहां पर रहने वाले अपने रिश्तेदारों के पास जाता था। हर बार वो अपनी रिवाल्वर जमा करवाकर जाता था, लेकिन इस बार वो बेचने की बात कह कर घर से गया था। वहां पर गन हाउस के मालिक ने रंजिशन उस पर गोली चलाई। उनका कहना था कि बलवंत की रिवाल्वर खाली थी और सूरी ने उसे लोड किया। पुलिस ने बयान के आधार पर मामला दर्ज कर लिया है। मान मेडिसिटी ले जाने पर उठा सवाल..

पुलिस फुटेज के आधार पर गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज करने जा रही थी तो मृतक के पिता नछत्तर ¨सह और बाकी रिश्तेदारों ने विरोध किया। थाने में उन्होंने कहा कि यदि उनके बयान पर हत्या का मामला दर्ज न किया तो वे थाने से नहीं जाएंगे। उन्होंने यह सवाल भी खड़ा कर दिया कि जब उनके बेटे को गोली लगी तो उसे किसी नजदीकी अस्पताल में ले जाने की बजाए मान मेडिसिटी लांबड़ा में ले जाने की क्या जरूरत थी। यदि मालिक से अचानक गोली चली तो वो फरार क्यों हो गया। वहीं उसके परिजनों का यह भी कहना था कि बलदेव ¨सह शेरगिल का अंतिम संस्कार तभी किया जाएगा, जब उसके हत्यारे को गिरफ्तार किया जाएगा। सालों से कांग्रेस का सिपाही रहा बलवंत ¨सह शेरगिल

35 वर्षीय बलवंत ¨सह शेरगिल सालों से कांग्रेस का सिपाही रहा। 2000 में उसने कांग्रेस ज्वाइन की और 2003 मे कांग्रेस के तत्कालीन एमपी बलबीर ¨सह के साथ जुड़ गया। इसके बाद कई साल तक उनके साथ काम करने के बाद 2011 मनप्रीत बादल की पार्टी पीपीपी में चला गया और पंजाब की टीम में शामिल हो गया और उसने मनप्रीत फैन क्लब भी बनाया था, जिसमें सैकड़ों युवा शामिल हुए थे। कुछ समय बाद जब मनप्रीत बादल ने कांग्रेस ज्वाइन कर ली तो बलवंत भी कांग्रेस में शामिल हो गया। इन दिनों कांग्रेस के दिग्गज अवतार ¨सह हैनरी के साथ उनका गहरा रिश्ता था। खेलों को भी बढ़ावा देने के लिए उसने एक क्लब बनाया था जिसमें शामिल सारे युवाओं को नशे से दूर रहने के लिए और दूसरों को भी प्रेरित करने के लिए कहता। घर पर पापा का इंतजार करता रह गया आठ साल का युवराज

बलवंत ¨सह शेरगिल की 2009 में मंदीप कौर के साथ शादी हुई थी जिसके बाद उसका एक बेटा हुआ। इस समय उसका आठ साल का बेटा केएमवी संस्कृत स्कूल की तीसरी कक्षा में पढ़ता है। स्कूल से लौटने के बाद वो पापा का इंतजार करता रहा लेकिन उसे नहीं पता था कि अब उसके पापा कभी नहीं आएंगे। बेटे का शव देखकर उसकी माता कुल¨वदर कौर बेहोश हो गई और पत्नी मंदीप कौर भी खड़े नहीं हो पा रही थी। बलवंत के पिता अपने जवान बेटे का शव देख कर बदहवास से हो रहे थे और उसको गोली मारने वाले को कोस रहे थे।


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