Corona Virus Alert: वाया शंघाई कनाडा से आई बच्ची पड़ी बीमार, स्वास्थ्य विभाग में मचा हड़कंप
डॉ. टीएस रंधावा ने बताया कि लड़की को बुखार खांसी और उल्टियां आ रही थीं। वह चीन के रास्ते देश लौटी है। एहतियातन स्वास्थ्य विभाग को सूचित किया है।
जालंधर, जेएनएन। चीन में फैले कोरोना वायरस की दहशत विश्व भर में फैल चुकी है। चीन के रास्ते देश आने वाले लोगों पर सेहत विभाग की कड़ी नजर है। इसी बीच जालंधर में कनाडा से वाया शंघाई आई पांच साल की लड़की के बीमार होने से परिजनों व सेहत विभाग में हड़कंप मच गया। परिजन लड़की को निजी अस्पताल में जांच के लिए लेकर आए थे। उसकी हालत स्थिर है और उसे आइसोलेशन में रखने की हिदायत दी गई है। इस बीच सेहत विभाग की टीम ने भी अस्पताल का दौरा किया है।
बीएम न्यू बोर्न एंड चाइल्ड केयर सेंटर रंधावा अस्पताल में लोहियां की पांच साल की लड़की को जांच पड़ताल के लिए परिजन लेकर पहुंचे थे। जांच में पता चला लड़की अपने परिजनों के साथ कनाडा से वाया शंघाई (चीन) से लोहियां पहुंची थी। अस्पताल के एमडी डॉ. टीएस रंधावा ने बताया कि लड़की को बुखार, खांसी और उल्टियां आ रही थीं। जांच पड़ताल में पचा चला कि वो चीन के रास्ते देश लौटी है तो लक्षणों के साथ संदिग्ध मामला होने की वजह से सेहत विभाग को सूचित किया। सेहत विभाग की टीम ने मौके का दौरा कर गहन जांच पड़ताल की। इस दौरान पता चला की परिजन 27 दिसंबर को कनाडा गए थे। 27 जनवरी को वहां से लौटे। वह वाया शंघाई आए थे। उनका शंघाई हवाई अड्डे पर करीब चार घंटे का ठहराव था। उन्होंने बताया कि लड़की की हालत स्थिर है और उसे अस्पताल में दाखिल करने की जरूरत नहीं है।
सिविल सर्जन डॉ. गुरिंदर कौर चावला ने बताया कि रंधावा अस्पताल से सूचना मिलते ही तुरंत जिला एपीडिमोलाजिस्ट डॉ. सतीश कुमार की अगुआई में टीम को मौके पर भेजा गया। टीम ने लड़की की पूरी तरह से स्क्रीनिंग कर ली है। बच्ची की हालत स्थिर है और वो चीन के वुहान शहर से नहीं आई है। न ही कोरोना वायरस के किसी मरीज के संपर्क में आई थी।
बच्ची को 28 दिन तक आइसोलेशन में रखने की हिदायत
लड़की के लक्षणों को देखते हुए परिजनों को उसे 28 दिन तक आइसोलेशन में रखने की हिदायतें दी गई हैं। इसके अलावा लड़की के माता-पिता व अन्य सदस्यों को एहतियातन मास्क पहनकर उसके पास जाने व कम के कम लोगों के संपर्क में रखने की हिदायतें दी गई हैं। सेहत विभाग की टीम भी निगरानी करेगी। जिला स्तर पर सभी सरकारी अस्पतालों में आइसोलेशन वार्ड बनवा दिए हैं।