'स्मार्ट सिटी है या बीमार सिटी', वरियाणा डंप का पानी खेतों तक पहुंचने से भड़के किसान
सोमवार सुबह किसानों और इलाके के लोगों ने वरियाणा डंप के बाहर धरना प्रदर्शन किया। उन्होंने बैनर उठा रखा था कि यह स्मार्ट सिटी है या बीमार सिटी है।
जारगण संवाददाता, जालंधर : वरियाणा डंप से निकलने वाला गंदा पानी आसपास के खेतों में जाने की आशंका से किसान भड़क गए हैं। सोमवार सुबह किसानों और इलाके के लोगों ने वरियाणा डंप के बाहर धरना प्रदर्शन किया। उन्होंने बैनर उठा रखा था कि यह स्मार्ट सिटी है या बीमार सिटी है।
प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि डंप पर जरूरत से ज्यादा कूड़ा इकट्ठा हो गया है, जिस कारण कूड़े से रिसने वाला पानी आसपास के खेतों में प्रदूषण घुसने का खतरा पैदा हो गया है। ऐसा होने पर उनकी फसल खराब होगी। इलाके के लोगों ने कहा कि डंप के चारों तरफ गंदा पानी खड़ा है जिससे बदबू उठ रही है और बीमारियां फैल रही हैं। किसान मनजीत सिंह, सरनदीप सिंह, पप्पू घुम्मन, हैप्पी घुम्मन ने कहा कि डंप के आसपास के इलाकों में चमड़ी रोग से लोग परेशान हैं और शाम के बाद तो बदबू इतनी बढ़ जाती है कि घरों में बंद होना पड़ता है। लोगों ने सड़क को लेकर भी नाराजगी जताई और कहा कि नई सड़क बनाने के दौरान कूड़ा फेंकना का इंतजाम कहीं और किया जाए क्योंकि डंप तक जाने के लिए कूड़े के टिप्परों को कॉलोनियों से गुजरना पड़ेगा जिससे परेशानी बढ़ेगी। धरने के कारण कूड़ा फेंकने के लिए जानी वाली गाड़ियों को भी रूकना पड़ा।
ज्वाइंट कमिश्नर और पार्षद के आश्वासन के बाद उठाया धरनाधरने की सूचना मिलने पर ज्वाइंट कमिश्नर हरचरण सिंह, हेल्थ अफसर डॉ. श्रीकृष्ण, पार्षद लखबीर सिंह बाजवा मौके पर पहुंचे और लोगों को समझाया कि किसी का भी नुकसान नहीं होने दिया जाएगा। डंप में खड़े पानी की निकासी एक-दो दिन में करवा दी जाएगी। बाजवा ने कहा कि पानी की निकासी के लिए नाली में रुकावट है। उसे ठीक करवा कर सिस्टम ठीक कर दिया जाएगा।