दिल्ली रैली में शामिल होने जा रहे हजारों किसानों को पुलिस ने हिरासत में लिया
दिल्ली रैली में शामिल होने जा रहे हजारों किसानों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। हालांकि इसके बावजूद कुछ किसान दिल्ली पहुंचने में सफल रहे।
जेएनएन जालंधर। दिल्ली में हुई रैली में शामिल होने के लिए मालवा से हजारों किसान रवाना हुए, लेकिन पुलिस ने अधिकतर को हिरासत में ले लिया। कुछ किसानों को पुलिस ने वीरवार रात को छोड़ा तो अधिकतर को शुक्रवार सुबह। हालांकि सैकड़ों किसान पुलिस से बचते हुए दिल्ली पहुंचने में सफल रहे।
प्रदेश की 67 संघर्षशील संगठनों द्वारा दिल्ली में दिए जाने वाले धरने को लेकर बरनाला से करीब 150 किसान दिल्ली के लिए रवाना हुए। इनमें से दो किसान नेताओं सहित छह किसानों पुलिस ने हिरासत में ले लिया। बाकी किसान दिल्ली पहुंचने में सफल रहे। वहीं फतेहगढ़ साहिब से किसानों से भरी 16 ट्रॉली प्रदर्शन के लिए गई थीं, परंतु पुलिस ने इन्हें पंजाब से बाहर जाने नहीं दिया।
पटियाला से करीब 100 किसान दिल्ली के लिए रवाना हुए। उन्हें मानसा में पुलिस ने हिरासत में ले लिया। संगरूर से दिल्ली रवाना हुए करीब 600 किसानों को पुलिस ने चीमा में रोक लिया। भड़के किसानों ने वहीं धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया। मानसा पुलिस ने 2000 किसानों को चीमा मंडी में हिरासत में ले लिया। इन्हें सुबह छोड़ा गया।
मुक्तसर जिले से रवाना हुए भाकियू सिद्धपुर के साढ़े तीन सौ वर्करों को पुलिस ने मानसा जिले के गांव चीमा के पास अनाज मंडी में रोक लिया। वहीं भाकियू कादियां के करीब दो सौ किसान दिल्ली के लिए निकले, जिनमें से 13 किसानों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। इन्हें कुरुक्षेत्र में रखा गया है। बाकी किसान वापस लौट आए।
अबोहर से रवाना हुए सवा सौ किसानों को पुलिस ने कुरुक्षेत्र में रोक लिया। बठिंडा के भी 10 किसानों को पुलिस ने हिरासत में लिया था, जिन्हें वीरवार शाम को ही छोड़ दिया गया। फरीदकोट से गए 400 किसानों में से करीब 350 को पुलिस ने मानसा में हिरासत में ले लिया। दिल्ली पहुंचे करीब 50 किसानों में से दिल्ली पुलिस ने एक को हिरासत में लिया है।
मोगा से ट्रेन से 30 किसान दिल्ली के लिए रवाना हुए, जिनमें से तीन किसान नेताओं को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। वहीं फिरोजपुर से रवाना हुए 100 किसानों को भी पुलिस ने मानसा में ही रोक लिया।
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