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फरीदकोट में भाजपा जिलाध्यक्ष छाबड़ा ने छोड़ी पार्टी, सुखबीर बादल ने शिअद में करवाया शामिल

बुधवार को फरीदकोट में सुखबीर बादल की मौजूदगी में भाजपा जिलाध्यक्ष विजय छाड़ा ने शिअद का दामन थाम लिया। छाबड़ा ने कहा कि वह पिछले 23 सालों से पार्टी के वर्कर के रूप में काम कर रहे थे लेकिन अब प्रदेश की लीडरशिप उनकी बात ही नहीं सुन रही थी।

By Pankaj DwivediEdited By: Published: Wed, 13 Jan 2021 01:38 PM (IST)Updated: Wed, 13 Jan 2021 01:38 PM (IST)
फरीदकोट में भाजपा जिलाध्यक्ष छाबड़ा ने छोड़ी पार्टी, सुखबीर बादल ने  शिअद में करवाया शामिल
फरीदकोट में जिला भाजपा इकाई भंग कर दी गई है। (जागरण)

फरीदकोट, जेएनएन। यहां लोहड़ी पर भाजपा जिलाध्यक्ष विजय छाड़ा ने भाजपा छोड़ शिअद का दामन थाम लिया। शिअद प्रधान सुखबीर सिंह बादल ने उन्हें पार्टी में शामिल करवाकर भाजपा को जोर का झटका दिया है। शिअद-भाजपा गठबंधन खत्म होने के बाद मालवा में छाबड़ा भाजपा का बड़ा चेहरा थे।

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सुखबीर सिंह बादल ने छाबड़ा का पार्टी में स्वागत करते हुए कहा कि भाजपा में कर्मठी नौजवानों की कोई वैल्यू नहीं है। उन्होंने मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह को घेरते हुए कहा कि कैप्टन चार साल के कार्यकाल में घर से बाहर नहीं निकले। विधानसभा चुनाव के दौरान गुटका साहिब हाथ में लेकर सौगंध खाने वाले कैप्टन इस बार प्रदेश वासियों को क्या जबाव देंगे। बेअदबी कांड पर उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी को बदनाम करने के लिए विरोधियों की यह चाल थी। शिअद बेअदबी जैसे जघन्य अपराध कभी नहीं कर सकती है। किसानी मुद्दों पर बादल ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री  प्रकाश सिंह बादल ने ही पंजाब में मंडीकरण की शुरुआत की थी, आज पंजाब में दो हजार से ज्यादा मंडियां है, इस दौरान उन्होंने शिअद सरकार के समय किए गए महत्वपूर्ण कार्यों को भी गिनाया।

कांग्रेस मनरेगा में कर रही बड़ा घोटाला

बादल ने कृषि कानूनों के मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट की ओर से गठित चार सदस्यीय कमेटी के बारे में कहा कि इसमें दो तो कैप्टन के बेहद करीबी दोस्त हैं। इसके पीछे कैप्टन व भाजपा का गठजोड़ है क्योंकि मुख्यमंत्री केंद्र सरकार से डरे हुए है। उन्हें डर है कि कहीं केंद्र उनके खिलाफ जांच तेज न करवा दे। उन्होंने कांग्रेस पर रेत, नशा व दूसरी वस्तुओं की कालाबाजारी का आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस ज्यादा घोटाला मनरेगा में कर रही है। हर साल एक हजार करोड़ रुपये का घोटाला हो रहा है। प्रदेश में उनकी सरकार आने पर सबसे पहले वह मनरेगा की जांच करवाएंगे। सुखबीर ने आम आदमी पार्टी को भी जमकर घेरा लेकिन केंद्र सरकार व भाजपा का नाम लेने से परहेज करते रहे।

विजय छाबड़ा ने कहा कि वह पिछले 23 सालों से पार्टी के वर्कर के रूप में काम कर रहे थे, लेकिन पिछले कुछ महीनों से प्रदेश की लीडरशिप उनकी कोई बात ही नहीं सुन रही थी। ऐसे में उन्होंने पार्टी व पद दोनों छोड़ने का बड़ा फैसला किया। बता दें कि इससे पहले सुबह भाजपा जिला प्रधान विजय छाबड़ा ने पार्टी की जिला इकाई भंग कर दी थी। इस मौके पर शिअद यूथ विंग के प्रधान परमबंश सिंह बंटी रोमाणा भी मौजूद रहे।


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