शराब के नहीं बिकने वाले ग्रुपों का आरक्षित मूल्य पांच प्रतिशत घटाया
शराब ठेकेदारों की तरफ से ई-टेंडरिग प्रक्रिया में कम आवेदन किए जाने से एक्साइज विभाग दबाव में आ गया है।
मनुपाल शर्मा, जालंधर
नई एक्साइज पालिसी लाकर ई-टेंडरिग प्रक्रिया के जरिए शराब ग्रुप बेचने की कवायद में असफल रहने के बाद अब सरकार ने आरक्षित मूल्य घटाने की घोषणा कर दी है। रविवार बाद दोपहर जारी किए गए आदेशों के मुताबिक अब शराब ठेकेदार नहीं बिकने वाले ग्रुपों के लिए पांच प्रतिशत कम आरक्षित मूल्य के साथ आवेदन दे सकते हैं। आदेशों के मुताबिक शराब ठेकेदार मंगलवार बाद दोपहर तीन बजे तक अपने आवेदन एक्साइज विभाग के पोर्टल पर कर सकते हैं। पोर्टल सोमवार सुबह 9 बजे से खोल दिए जाएंगे।
इससे पहले शराब ग्रुपों की बिक्री के लिए आवेदन की अंतिम समय सीमा 25 जून को शाम 6.55 बजे खत्म हो गई थी। हालांकि आरक्षित मूल्य में पांच प्रतिशत की कटौती भी कोई ज्यादा सफलता देती दिखाई नहीं दे रही है। वजह यह है कि शराब ठेकेदार आरक्षित मूल्य में 25 प्रतिशत तक की कटौती करने की मांग कर रहे हैं। गौर हो कि शनिवार शाम खत्म हुई ई-टेंडरिग प्रक्रिया के बाद एक्साइज विभाग की शराब ग्रुप बेचने की कवायद औंधे मुंह गिरी थी। जालंधर जोन के 71 शराब ग्रुपों के लिए मात्र 18 आवेदन प्राप्त हुए थे, जबकि जिला जालंधर में 20 ग्रुपों में से मात्र दो पर तीन आवेदन मिले थे। इससे पहले रविवार सुबह एक्साइज कमिश्नर पंजाब वरुण रुज्म ने चंडीगढ़ में जालंधर, पटियाला एवं फिरोजपुर जोन के डिप्टी कमिश्नर एक्साइज के साथ बैठक की थी। इसके बाद आरक्षित मूल्य में कटौती करने का फैसला किया गया।