Jalandhar Corona Vaccination: टीका लगवाने के लिए रजिस्ट्रेशन जरूरी, गंभीर बीमारी का डॉक्टर देगा सर्टिफिकेट
1 मार्च से सरकार ने 60 वर्ष से अधिक व गंभीर बीमारियों से ग्रस्त 45+ उम्र के लोगों को कोरोना वैक्सीन का टीका लगाना शुरू कर दिया है। इसे लेकर लोगों के मन में कई सवाल और शंकाए हैं। इन्हें दूर कर रहे हैं जालंधर के डा. राजेश भास्कर।
जालंधर, जेएनएन। 1 मार्च से सरकार ने 60 वर्ष से अधिक व गंभीर बीमारियों से ग्रस्त 45+ उम्र के लोगों को कोरोना वैक्सीन का टीका लगाना शुरू कर दिया है। इसे लेकर लोगों के मन में कई सवाल और शंकाए हैं। इन्हें दूर करने के लिए हमने बात की है आईडीएसपी के स्टेट नोडल अफसर डा. राजेश भास्कर से। आइए जानते हैं पाठकों के सवाल और उनके जवाब।
प्रश्नः मेरी उम्र 29 साल हैं। क्या मैं भी 250 रुपये देकर वैक्सीन लगवा सकता हूं?
बिल्कुल नहीं। 18 साल से 45 साल की उम्र के लोगों को पैसे देकर भी अभी वैक्सीन नहीं लगेगी। कोविन पोर्टल उनकी उम्र उठाएगा ही नहीं।
प्रश्नः क्या बिना रजिस्ट्रेशन वैक्सीन लगवा सकता हूं?
उत्तरः बिना रजिस्ट्रेशन वैक्सीन नहीं लगेगी। हर किसी की रजिस्ट्रेशन पहले कोविन एप पर होगी। दोनों डोज के बाद सर्टिफिकेट जारी होगा।
प्रश्नः अगर कल रजिस्ट्रेशन करवाता हूं तो मेरी बारी कब तक आएगी?
उत्तरः एक दिन प्रत्येक टीम सौ लोगों को ही वैक्सीन लगाएगी। कोविन एप रजिस्ट्रेशन के समय बता देगा कि कौन कौन सा सेंटर कितने दिन के लिए बुक है और कौन सा फ्री है। सुविधा के अनुसार सेंटर व डेट बुक कर कर सकते हैं।
प्रश्नः मुझे स्मार्टफोन चलाना नहीं आता। मेरी रजिस्ट्रेशन कैसे होगी?
आप जालंधर प्रशासन की तरफ से तय सेंटरों पर जाकर मैन्युल रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं। जाते हुए अपने आईडी प्रूफ जरूर ले जाएं। रजिस्ट्रेशन जरूरी है।
प्रश्नः गंभीर बीमारी होने की सूरत में?
उत्तरः गंभीर बीमारी की सूरत में जिस डाक्टर से ट्रीटमेंट करवाया जा रहा है वह सर्टिफिकेट जारी करेगा कि इस व्यक्ति को यह बीमारी है और इतनी देर से इलाज करवा रहा है।
प्रश्नः मेरे शहर जालंधर में कितने सेंटर हैं? मुझे जानकारी कहां से मिलेगी?
उत्तरः साइट पर रजिस्ट्रेशन करवाने के बाद वहां खुद जानकारी मिल जाएगी। जालंधर के 72 अस्पताल पैनल में शामिल हैं। वहां पैसे देकर वैक्सीन लगवाई जा सकती है।
प्रश्नः क्या सरकारी अस्पतालों में भी वैक्सीन के लिए पैसे देने होंगे?
बिल्कुल नहीं। सरकारी अस्पतालों में यह सुविधा फ्री दी गई है। अगर कोई मांगता हैं तो प्रशासन से शिकायत करें। भ्रष्टाचार को बढ़ावा न दें।