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शहर के हर वार्ड को मिलेगा नया प्रहरी

साल 2021 में पंजाब के लोगों को डीजीपी ने एक और तोहफा दिया है। शहर के हर वार्ड में अब वार्ड प्रहरी तैनात किया जाएगा।

By JagranEdited By: Published: Sun, 17 Jan 2021 07:31 AM (IST)Updated: Sun, 17 Jan 2021 07:31 AM (IST)
शहर के हर वार्ड को मिलेगा नया प्रहरी
शहर के हर वार्ड को मिलेगा नया प्रहरी

सुक्रात, जालंधर

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साल 2021 में पंजाब के लोगों को डीजीपी ने एक और तोहफा दिया है। विलेज पुलिस आफिसर और वूमन हेल्प डेस्क के बाद अब पंजाब की जनता को डीजीपी नया तोहफा देंगे। यह तोहफा वार्ड प्रहरी के रूप में होगा। इस योजना के तहत अब हर वार्ड को एक नया प्रहरी मिलेगा।

अब तक एक थाने के अंदर कई वार्ड आते थे और यदि कोई परेशानी आती तो एक ही जगह पर रपट लिखाई जाती थी। फिर थाने का इंचार्ज इस बात को तय करता था कि इसकी जांच थाने का कौन सा कर्मचारी करेगा। अब इस योजना के शुरू होने के बाद हर वार्ड को एक प्रहरी मिल जाएगा। वार्ड के लोग अपने प्रहरी को होने वाले किसी भी अपराध या परेशानी के बारे में बताएंगे। छोटे अपराध के मामले व छोटी परेशानियां वार्ड प्रहरी मौके पर ही हल करवा देगा। डीजीपी से इस योजना को हरी झंडी मिलने के बाद पंजाब के हर शहर के हर थाने में एक वार्ड प्रहरी तैनात हो जाएगा। हालांकि तैनात होने वाला कर्मचारी इलाके के थाने के प्रभारी के अधीन ही काम करेगा, लेकिन अपने वार्ड की हर जानकारी रखना उसका काम होगा और किसी भी अपराध या अन्य घटना के लिए भी वही जिम्मेदार होगा। उसी को अपने अफसरों के आगे जवाब देना होगा। यह योजना फरवरी महीने में लागू हो सकती है। अपने वार्ड की समस्या जानने और उनके हल करवाने का मिलेगा अधिकार

वार्ड प्रहरी को अपने वार्ड की हर समस्या जानने और उसका हल करवाने का अधिकार मिल जाएगा। घरेलू हिसा, पंचायती मामले, आपसी लेनदेन या छोटे-मोटे लड़ाई झगड़े थानों में जाने के बजाय वार्ड प्रहरी के पास जाएंगे। इन मामलों को निपटाने का अधिकार उसे ही होगा। थानों का बोझ होगा कम

इस योजना के लागू होने के बाद थानों का बोझ भी कम हो जाए हो जाएगा। हर थाने में बड़े मामलों के अलावा रोजाना करीब पांच-दस ऐसे मामले तो होते ही हैं, जो छोटे-मोटे लड़ाई झगड़े या छोटे-मोटे लेनदेन के होते हैं। उन मामलों में भी थाना प्रभारी फंस जाता है। अब वार्ड प्रहरी बनने के बाद ऐसे मामलों में कमी आएगी और थानों के प्रभारी अपने थाने के बड़े केस की तरफ भी ध्यान दे पाएंगे। बड़ा मामला आने पर उच्चाधिकारियों के समक्ष भी लाएंगे वार्ड प्रहरी

छोटे-छोटे मामलों के अलावा यदि किसी वार्ड में कोई बड़ा मामला भी हो जाता है तो भी उसको हल करवाने के लिए वार्ड प्रहरी प्रयास कर सकता है, लेकिन इसकी पूरी जानकारी उनको अपने थाने के प्रभारी के सामने लानी होगी। यदि थाना प्रभारी कोई अधिकार देता है तो वार्ड प्रहरी बड़े मामले को भी हल करवाने का प्रयास कर सकता है। मदद के लिए मिल सकते हैं दो से तीन कर्मचारी

वार्ड प्रहरी को मदद के लिए दो-तीन सिपाही भी मिल सकते हैं। वार्ड की समस्याओं को हल करने के लिए एएसआइ रैंक के वार्ड प्रहरी बनेंगे। हालांकि उनकी कुर्सी थाने में ही लगेगी और वहीं से वह अपने वार्ड का निरीक्षण करेंगे। कोट्स

डीजीपी की तरफ से कई योजनाएं शुरू होने जा रही हैं। इस साल विलेज पुलिस अफसर, वूमेन हेल्प डेस्क और वार्ड प्रहरी जैसी योजनाओं को हरी झंडी मिल जाएगी। इन योजनाओं को शुरू जल्द किया जा सकता है।

- गुरप्रीत सिंह भुल्लर, पुलिस कमिश्नर


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