केन्द्र के तोहफे से सेहत विभाग के छूटे पसीने
जगदीश कुमार, जालंधर केन्द्र सरकार की ओर से मुलाजिमों को कर्मचारी राज्य बीमा निगम (ईएसआईसी)
जगदीश कुमार, जालंधर
केन्द्र सरकार की ओर से मुलाजिमों को कर्मचारी राज्य बीमा निगम (ईएसआईसी) की ओर से हित लाभ व स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया करवाने के लिए बढ़ा दायरा बढ़ा दिया गया है। केंद्र सरकार के तोहफे के बाद पंजाब सेहत विभाग के सामने के समक्ष लोगों को सुविधाएं मुहैया कराने की चुनौती खड़ी हो गई है। वहीं, लोगों की परेशानियां भी बढ़ सकती हैं।
नई घोषणा के बाद ईएसआइ अस्पतालों में आने वाले मरीजों की संख्या में इजाफा तय है लेकिन ईएसआइ डिस्पेंसरियां व अस्पतालों में पहले से ही डॉक्टरों का टोटा चल रहा है। साथ ही ईएसआइ अस्पताल व डिस्पेंसरियां मरीजों के दवा और इलाज में आने वाले खर्च के करोड़ों रुपए के कर्ज के बोझ तले दबे हुए हैं।
केन्द्र सरकार ने ईएसआइसी का हित लाभ लेने वाले वेतनभोगियों का दायरा 15 हजार से बढ़ाकर 21 हजार रुपए तक कर दिया गया है। इस सुविधा को एक जनवरी से लागू कर दिया गया है। ईएसआइसी के अनुसार, पंजाब में 9.25 लाख के करीब बीमाकृत व्यक्ति हैं। इनमें 20 फीसद इजाफा होने की संभावना है। इसके बाद ईएसआइ की स्वास्थ्य सेवाएं लेने वाले बीमाकृत व्यक्तियों व उनके परिवार के सदस्यों की संख्या 44 लाख के करीब पहुंचने की उम्मीद है।
सेहत विभाग के तहत ईएसआइ अस्पताल व डिस्पेंसरियां बिना किसी तैयारी के हाथ पर हाथ रख कर बैठे हैं। विभाग ईएसआइ अस्पतालों व डिस्पेंसरियों में डॉक्टरों की कमी पूरी करने में भी पिछड़ चुका है। लुधियाना की डिस्पेंसरी नंबर 3 व जालंधर के हमीरा स्थित डिस्पेंसरी में एक भी डाक्टर तैनात नहीं है। डॉक्टरों की कमी को पूरा करने के लिए संबंधित अस्पतालों के प्रभारियों की ओर से आवाज उठाई जाती है परंतु नतीजे ढाक के तीन पात हैं।
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हर माह सरकार को दी जाती है लिस्ट
सेहत विभाग में ईएसआइ डायरेक्टर डॉ. गुलशन राय का कहना है कि हर माह ईएसआइ अस्पतालों व डिस्पेंसरियों में खाली पड़े पदों की सूची सरकार को भेजी जाती है। अब सरकार के हाथ में है कि इन्हें कब भरना है। केंद्र सरकार की नई घोषणा के बाद मरीजों की संख्या बढ़ना संभावित है, परंतु सेवाओं का दायरा बढ़ाने के लिए राज्य सरकार की ओर से फिलहाल कोई आदेश नहीं मिले हैं।
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डायरेक्टर ने दिए हैं सुझाव
ईएसआइसी के रीजनल डायरेक्टर एमके आर्य के अनुसार स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया करवाने के निम्न उपाय सुझाए गए हैं..
1. कैशलैस सुपर स्पेशलिटी इलाज के लिए ईएसआइसी की ओर से राज्य में निजी अस्पतालों व स्कैनिंग सेंटरों का पैनल तैयार किया जा रहा है।
2. लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया करवाने के लिए पहले से चल रही 79 डिस्पेंसरियों व अस्पतालों के नेटवर्क का विस्तार कर उसे 244 करने का प्रस्ताव।
3. पांच डिस्पेंसरियों को अपग्रेड कर छह बिस्तर की क्षमता वाला डे केयर सेंटर बनाने का प्रस्ताव।
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ईएसआइ अस्पतालों में डाक्टरों की स्थिति
1. ईएसआई अस्पताल अबोहर
- ईएसआई डिस्पेंसरी अबोहर , धारीवाल व तरनतारन
स्वीकृत पद - 7
खाली पड़े पद - 5
2. ईएसआइ जोनल लुधियाना
- ईएसआई डिस्पेंसरी 1-7 व 8, मोगा, कोटकपूरा, मलेरकोटला, बठिंडा 1 से 3, अहमदगढ़, जितवाल कलां व अकबर पुर।
स्वीकृत पद - 33
खाली पड़े पद - 23
3. ईएसआइ अस्पताल मोहाली
- ईएसआइ डिस्पेंसरी आसरो व बल्ला
स्वीकृत पद - 04
खाली पद - 02
4. ईएसआइ अस्पताल मंडी गोबिंदगढ़
- ईएसआई अस्पताल, डिस्पेंसरी नंबर1 , पटियाला, सरहिंद, व नाभा।
मंजूरशुदा पद 14
खाली पड़े पद 08
5. ईएसआइ अस्पताल जालंधर
- ईएसआइ अस्पताल होशियारपुर, ईएसआई डिस्पेंसरी नंबर 2 व 5 , कपूरथला, हमीरा।
स्वीकृत पद - 13
खाली पद - 07
एसएमओ - 02
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कुल स्वीकृत पद - 71
कुल खाली पड़े पद - 45
नोट : आंकड़े अक्तूबर 2016 तक के।
स्रोत : सेहत विभाग
=============== वर्जन
हम ईएसआइ कॉरपोरेशन और सेहत विभाग मिलकर इस प्रोजेक्ट के तहत एक रणनीति तैयार करेंगे जिसमें स्वास्थ्य सेवाओं का दायरा बढ़ाने पर रणनीति तैयार की जाएगी। विभाग में नए डॉक्टरों की भर्ती की जा रही है जिसके तहत ईएसआइ अस्पतालों व डिस्पेंसरियों में डॉक्टरों की कमी को पूरा किया जा सकेगा।
विनी महाजन, एडिशनल सेक्रेटरी हेल्थ