मंदिर के लिए जज्बा, सरहद से राजधानी तक उमड़ा रामभक्तों का सैलाब
पंजाब में रामभक्तों ने अयोध्या में श्रीराम मंदिर के निर्माण के लिए अमृतसर से राजधानी चंडीगढ़ तक हुंकार भरी।
जालंधर, जेएनएन। अयोध्या में श्री राम मंदिर निर्माण के लिए पंजाब में हजारों रामभक्तों ने फिर हुंकार भरी। श्री रामजन्म भूमि न्यास समिति के सम्मेलनों में सरहदी जिलों अमृतसर व फिरोजपुर से लेकर राजधानी चंडीगढ़ तक रामभक्तों का सैलाब उमड़ा। फाजिल्का, मुक्तसर, बरनाला, नंगल व पठानकोट में हिंदू संगठनों, संतों महापुरुषों व राजनेताओं ने एक मंच पर आकर अयोध्या में भव्य श्रीराम मंदिर निर्माण के लिए जल्द अध्यादेश लाने की मांग की। हाथों में भगवा ध्वज उठाए रामभक्तों ने 'याचना नहीं, अब रण होगा, जीवन-जय या कि मरण होगा जैसे जयघोष लगाकर सरकार तक अपनी आवाज पहुंचाने का प्रयास किया।
अमृतसर, फिरोजपुर व चंडीगढ़ समेत आठ स्थानों पर श्री रामजन्म भूमि न्यास समिति के सम्मेलन
अमृतसर में श्रीराम जन्मभूमि न्याय समिति की धर्मसभा में विश्व हिंदू परिषद के अंतरराष्ट्रीय सह सचिव डॉ. सुरिंदर जैन ने कहा कि भारत के पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने श्री राम मंदिर के निर्माण के लिए सदन में कानून लाने की बात की थी। उनकी अंतिम इच्छा को अब उनके पुत्र राहुल गांधी व उनकी पत्नी सोनिया गांधी को पूरा करना चाहिए। फिरोजपुर में स्वामी अतुल कृष्ण ने कहा की देश की सर्वोच्च अदालत ने स्पष्ट कहा है कि बाबरी मस्जिद नमाज के लिए अनिवार्य नहीं है। नमाज खुले मे भी की जा सकती है।
श्री राम मंदिर निर्माण के लिए हुंकार, 'याचना नही अब रण होगा, जीवन जय या कि मरण होगा'
धर्मसभा में अखिल भारतीय उदासीन साधु समाज परिषद के महामंत्री डॉ. सुरेंद्र दास तालिब ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर विश्वास नहीं किया जा सकता। जो पार्टी राष्ट्रीय भाषा को लागू नहीं करवा सकी, वह श्री राम मंदिर का निर्माण कैसे करवा देगी। भाजपा कुर्बानी देने वाली पार्टी नहीं है। मंदिर निर्माण के लिए संत समाज व देश की जनता ही आगे आएगी।
जानबूझकर लटकाया जा रहा मामला
चंडीगढ़ में साध्वी डॉ. अमृता ने कहा कि आतंकी याकूब मेनन की फांसी पर रोक के लिए आधी रात को अदालत के दरवाजे खुल सकते हैं, लेकिन करोड़ों हिंदुओं की आस्था से जुड़े राम मंदिर पर सुनवाई के लिए सुप्रीम कोर्ट के पास समय नहीं है। जानबूझकर मामले को लटकाया जा रहा है। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रचारक सतीश कुमार ने कहा कि वे कोर्ट के फैसले का इंतजार नहीं कर सकते।
राम मंदिर नहीं तो वोट नहीं
पठानकोट में विश्व हिंदू परिषद के अखिल भारतीय सह-संगठन मंत्री रास बिहारी ने कहा कि सरकार गिरे या बचे कोई भी हालात बनें लेकिन भव्य निर्माण श्रीराम जन्मभूमि पर अवश्य बनना चाहिए। स्वामी दिव्यानंद जी महाराज ने कहा कि 2019 से पहले-पहले यदि राममंदिर न बना तो चुनाव ही नहीं होने दिए जाएंगे। रामभक्त वोट भी नहीं देंगे।
जल्द साकार होगा सपना: कमल शर्मा
पंजाब भाजपा के पूर्व अध्यक्ष कमल शर्मा फिरोजपुर में हुए सम्मेलन में भीड़ के बीच कुर्सी पर बैठे दिखाई दिए। उन्होंने फेसबुक पर लिखा- आज अयोध्या में श्री राम जन्म स्थान पर भव्य मंदिर के निर्माण के लिए फिरोजपुर में आयोजित विशाल जनसभा में शामिल हुआ। 90 के दशक में एक कॉलेज विद्यार्थी के नाते श्री राम जन्म भूमि आंदोलन में सक्रिय रहा।
उन्होंने कहा कि मेरा मानना है की आजादी के बाद यह भारत का सबसे बड़ा आंदोलन था। आज फिर से भव्य मंदिर निर्माण हेतु पूरे देश में जन जागरण चल रहा है और आशा है कि जन-जन की आस्था के केंद्र भगवान श्री राम के जन्म स्थान अयोध्या में शीघ्र ही भव्य राम मंदिर का सपना साकार होगा।