इंडस्ट्री की मांग धान की बिजाई के दौरान भी मिलती रहे बिजली
प्रदेश में इस समय मांग के मुताबिक बिजली उपलब्ध नहीं है।
मनुपाल शर्मा, जालंधर
प्रदेश में इस समय मांग के मुताबिक बिजली उपलब्ध नहीं है। धान की बिजाई के दौरान कृषि क्षेत्र के लिए बिजली की मांग बढ़ जाएगी, जिसे पूरा करने के लिए अन्य क्षेत्रों समेत इंडस्ट्री को भी पावर कट झेलने पड़ सकते हैं। महानगर की इंडस्ट्री के संचालक धान की बिजाई के दौरान बिजली उपलब्ध न हो पाने को लेकर अभी से ही भयभीत नजर आने लगे हैं। इंडस्ट्री संचालकों में इस बात की घबराहट है कि पिछले साल की भांति इस वर्ष भी धान की बिजाई के दौरान इंडस्ट्री को बिजली कट झेलने पड़ सकते हैं। इंडस्ट्री चलाना सरकार की होनी चाहिए प्राथमिकता : गुरशरण सिंह
जालंधर इंडस्ट्रियल एंड ट्रेडर्स ज्वाइंट एक्शन कमेटी के कन्वीनर गुरशरण सिंह ने कहा कि अब भी बिजली की मांग और उपलब्धता में कई हजार मेगावाट का अंतर है। यह तय नजर आने लगा है कि धान की बिजाई का सीजन चालू होते ही इंडस्ट्री को बिजली कट झेलने पड़ेंगे। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार के लिए इंडस्ट्री को चलाना प्राथमिकता होना चाहिए। प्रदेश की आर्थिक स्थिति इंडस्ट्री संचालन पर ही टिकी हुई है। अगर इंडस्ट्री के लिए ही बिजली उपलब्ध नहीं होगी तो फिर औद्योगिक इकाइयां नहीं चलेंगी और राजस्व का नुकसान पंजाब के सरकारी खजाने का होगा। उन्होंने कहा कि सरकार धान की बिजाई शुरू होने से पहले इंडस्ट्री के लिए बिजली का इंतजाम करे। सरकार किसानों को करे जागरूक : आरके गांधी
स्पोर्ट्स एंड सर्जिकल कंप्लेक्स एसोसिएशन के चेयरमैन आरके गांधी ने कहा कि धान की बिजाई का सीजन शुरू होने से पहले ही पंजाब सरकार को अन्य राज्यों से बिजली खरीद लेनी चाहिए। अब तो जून महीने में शुरू होने वाली धान की बिजाई हर वर्ष इंडस्ट्री के लिए बिजली का संकट खड़ा कर रही है। हालांकि कृषि माहिर खुद बता रहे हैं कि धान की वजह से भूजल स्तर तेजी से गिर रहा है। सरकार को इंडस्ट्री के लिए बिजली उपलब्ध करवाने के अलावा कृषि विभिन्नता पर भी काम करना चाहिए, ताकि प्रत्येक वर्ष आने वाले बिजली के संकट से बचा जा सके और पंजाब को इस संकट से निकाला जा सके। अन्यथा इंडस्ट्री और कृषि सेक्टर के अलावा पंजाब की आबोहवा का भी नुकसान होगा। बिजली उपलब्ध करवाना सरकार की जिम्मेदारी : राजू विर्क
लेदर एक्सपोर्ट हाउस हाक लेदर के एमडी एसपीएस राजू विर्क ने कहा कि पंजाब सरकार की जिम्मेदारी बनती है की कृषि एवं इंडस्ट्री सेक्टर में सामंजस्य बिठाकर बिजली उपलब्ध करवाए। पावरकाम ने तो कह दिया है कि कट लगाने से पहले इंडस्ट्री को समय रहते सूचित कर दिया जाएगा, लेकिन यह समस्या का हल नहीं है। इंडस्ट्रियल सेक्टर के लिए भी कृषि सेक्टर के मुताबिक ही बिजली अति जरूरी है। दोनों ही के लिए बिजली उपलब्ध कराना सरकार की जिम्मेदारी है। ऐसा नहीं होना चाहिए कि एक सेक्टर की बिजली बंद कर दूसरे सेक्टर को दे दी जाए। इससे दोनों का ही काम खराब होगा, जो पंजाब के हित में नहीं होगा।