कैंट में मुद्दों पर राजनीति गर्माई
मतदान की तारीख नजदीक आते ही जालंधर की सबसे हॉट सीट कैंट हलके में मुद्दों की राजनीति गर्माने लगी है। प्रत्याशियों की कार्यकर्ताओं से बैठक हो डोर-टू-डोर प्रचार हो या दावों अथवा वादों की सियासत हो विकास के मुद्दे पर नेताओं को घेरा जाने लगा है।
जागरण संवाददाता, जालंधर : मतदान की तारीख नजदीक आते ही जालंधर की सबसे हॉट सीट कैंट हलके में मुद्दों की राजनीति गर्माने लगी है। प्रत्याशियों की कार्यकर्ताओं से बैठक हो, डोर-टू-डोर प्रचार हो या दावों अथवा वादों की सियासत हो, विकास के मुद्दे पर नेताओं को घेरा जाने लगा है। उसको लेकर सत्ता पक्ष पर आरोप लगाए जा रहे हैं और सवाल पूछे जा रहे है। सबसे बड़ा मुद्दा माडल टाउन में कूड़े का डंप है। इस डंप को हटवाने की घोषणा शुक्रवार को अकाली-बसपा के उम्मीदवार जगबीर सिंह बराड़ ने कर डाली। माडल टाउन में श्मशानघाट के पास कूड़े का डंप नगर निगम की तरफ से बनवाया गया था। इस डंप को हटाने की तमाम कोशिशें नाकाफी साबित हुई हैं। लोगों ने इस डंप को हटाने के लिए कई बार धरने व प्रदर्शन भी किए लेकिन डंप को नहीं हटाया जा सका। माडल टाउन इलाके से निकलने वाला कूड़ा निगम के लिए भी परेशानी का सबब है। यही वजह है कि इस डंप पर माडल टाउन के कई वार्डों का कूड़ा फेंका जाता है। इस बार कम से कम यह चुनावी मुद्दा तो बन गया है, इसलिए उम्मीद की जा रही है कि इसका समाधान भी चुनाव के बाद निकल सकता है। इसके अलावा शहर की सबसे पाश माडल टाउन की मार्केट में वाहनों की पार्किंग के मुद्दे को भी अब चुनावी मुद्दे की शकल दी जा चुकी है। बाजार में वाहनों की पार्किंग की व्यवस्था के अलावा हरियाली बढ़ाने पर भी सियासी दलों ने जोर देना शुरू कर दिया है। साथ ही संसारपुर के हाकी मैदान में टर्फ लगवाने का मामला भी अब बड़ा मुद्दा बन चुका है। कैंट में तहसील बनाने, पेरी-फेरी का मुद्दा भी आने वाले तीन सप्ताह तक छाया रहेगा। इसके अलावा तमाम और समस्याएं भी इस चुनाव में मुद्दे का रूप अख्तियार कर रही हैं। उम्मीद है कि आने वाले कुछ दिनों में विभिन्न सियासी दलों के उम्मीदवार इन समस्याओं को मुद्दे के रूप में उठाकर उन्हें हल करवाने की घोषणा जरूर करेंगे। हाकी के मक्का मदीना में एक भी टर्फ नहीं
हाकी के मक्का मदीना संसारपुर में एक भी टर्फ वाला मैदान नहीं है। इस गांव से 14 ओलिंपियन निकल चुके हैं। देश ही नहीं विदेश में भी संसारपुर की वजह से हाकी प्रेमियों में जालंधर की अलग पहचान है। इसके बावजूद बीते तमाम सालों से संसारपुर गांव हर सरकार में उपेक्षा का शिकार रहा है और यहां के तीन हाकी मैदानों में टर्फ की सुविधा नहीं है, सिर्फ एक छोटे मैदान में टर्फ की सुविधा उपलब्ध करवाई जा सकी है। मेन ग्राउंड में टर्फ की सुविधा न होने की वजह से हाकी की नर्सरी के रूप में विकसित इस जगह पर प्रैक्टिस के लिए आने वाले युवा खिलाड़ी अपने प्रतिद्वंद्वियों को धूल चटाने वाला प्रशिक्षण हासिल नहीं कर पाते हैं, फिर भी यह उनकी ही जिद है कि इस गांव से ही हाकी के खिलाड़ियों का निकलना अभी भी जारी है। ..तो रजिस्ट्री करवाने नहीं आना पड़ेगा शहर
जालंधर के छावनी इलाके में एक तहसील बनाए जाने का मुद्दा भी गर्म हो चुका है। तहसील बनने के बाद इस इलाके के लोगों को जालंधर की तहसील में नहीं आना पड़ेगा, बल्कि कैंट में प्रापर्टी की खरीद फरोख्त की रजिस्ट्रियों के काम को यहां से अमलीजामा पहनाया जाएगा। ----आमने-सामने-----
कांग्रेस ने कहा-डंप एजेंडे में शामिल
मुद्दों को लेकर सबसे ज्यादा सवाल कांग्रेस नेताओं से पूछे जा रहे है। कारण, पांच साल तक उनके ही विधायक थे और विकास की जिम्मेवारी भी उनकी थी। माडल टाउन के इंदिरा पार्क इलाके के पार्षद व जिला कांग्रेस के प्रधान बलराज ठाकुर ने कहा कि यह बड़ी समस्या है। माडल टाउन से कूड़े का डंप शिफ्ट करवाने की कई बार कोशिशें की जा चुकी हैं। यह एजेंडे में शामिल है। लोगों को इसकी वजह से काफी परेशानी उठानी पड़ती है। अकाली दल ने कहा-हम समाधान करवाएंगे
जालंधर कैंट से अकाली-बसपा प्रत्याशी जगबीर सिंह बराड़ ने कहा कि उन्होंने अपने चुनावी घोषणापत्र में इसे लेकर लोगों से वादा किया है कि पांच सालों में इस समस्या का समाधान नहीं हो सका है। इस बार वे इसका समाधान जरूर करवाएंगे। पेरी-फेरी व पार्किंग के मुद्दे के लिए विशेष प्लानिंग की जाएगी।
---------------------------------------- -मुद्दों को लेकर शहर के वोटरों की राय डंप माडल टाउन पर एक दाग जैसा है
माडल टाउन मार्किट मोबाइल एसो. के प्रधान राजीव दुग्गल का कहना है कि डंप तो इलाके की बड़ी समस्या है। इसका समाधान अभी तक नहीं हो सका है। इसकी वजह से कई कालोनियों के लोग व दुकानदार परेशान रहते हैं। डंप माडल टाउन की खूबसूरती पर एक दाग जैसा है। शुक्र है, चुनाव में मुद्दे को पहचान तो मिली
मार्केट एसोसिएशन के प्रधान व माडल टाउन निवासी अनिल कुमार का कहना है कि डंप व पार्किंग की समस्या की तरफ अभी तक किसी ने ध्यान नहीं दिया है। यह अच्छी बात है कि चुनाव में ही सही, इस समस्या को एक मुद्दे के रूप में पहचान मिली है। उम्मीद है कि जल्द ही अब समस्या का समाधान होगा।