शिक्षा मंत्री विजय इंदर सिंगला अंबेसडर आफ होप के विजेताओं का कल करेंगे सम्मान Jalandhar News
एपीजे स्कूल से दसवीं कक्षा के गोपेश गुप्ता ने पहला एमजीएन स्कूल अर्बन एस्टेट की रमनजोत ने दूसरा और आरकेएम गीता मंदिर स्कूल की मोना कश्यप ने तीसरा स्थान हासिल किया था।शिक्षा मंत्री पहले पटियाला में विजेताओं का सम्मान करते हुए दोपहर के समय जालंधर पहुंचेंगे।
जालंधर, [अंकित शर्मा]। शिक्षा मंत्री विजय इंदर सिंगला शुक्रवार को अंबेसडर आफ होप के जिले के पहले तीन विजेताओं को टैबलेट व मोबाइल देकर सम्मानित करेंगे। शिक्षा मंत्री पहले पटियाला में विजेताओं का सम्मान करते हुए दोपहर के समय जालंधर पहुंचेंगे। जहां उनकी तरफ से जालंधर, कपूरथला और तरनतारन के पहले तीन-तीन विजेताओं का सम्मान किया जाएगा। यह समारोह पीएपी कैंपस में आयोजित किया जाएगा, जिसके बाद वे अमृतसर के विद्यार्थियों को सम्मानित करने के लिए जाएंगे।
जालंधर से एपीजे स्कूल से दसवीं कक्षा के गोपेश गुप्ता ने पहला, एमजीएन स्कूल अर्बन एस्टेट की रमनजोत ने दूसरा और आरकेएम गीता मंदिर स्कूल की मोना कश्यप ने तीसरा स्थान हासिल किया था। शिक्षा मंत्री की तरफ से इस ऑनलाइन प्रतियोगिता में विद्यार्थियों ने इनोवेटिव आइडियाज के जरिए कोविड काल में भविष्य की संभावनाओं पर वीडियो बनाने के लिए प्रोत्साहित किया था। जिसमें पूरे राज्य से एक लाख से अधिक विद्यार्थियों की तरफ से वीडियो पोस्ट की गई थी।
गोपेश ने बनाई थी टचलेस डोर बेल
जिले में पहला स्थान पाने वाले एपीजे स्कूल के दसवीं के छात्र गोपेश गुप्ता ने कोरोना की दस्तक घर में आने से रोकने के लिए टचलेस डोर बेल बनाई है। गोपेश ने बताया कि घर के बाहर लगी डोर बेल से भी कोरोना संक्रमण फैल सकता है। इसलिए सेंसर की मदद से तैयार की गई बेल घर के बाहर लगाने से कोरोना की दस्तक को रोका जा सकता है, क्योंकि इस बेल को दबाने के लिए बटन को हाथ लगाने की जरूरत नही पड़ेगा। सेंसर के पास हाथ आने से बेल खुद ब खुद बजने लग पड़ेगी।
रमनजोत ने आरोग्य सेतु एप से पहले बनाई कोविड-19 हेल्पर वेबसाइट
एमजीएन अर्बन एस्टेट फेस-2 के रमनजोत सिंह ने प्रतियोगिता में कोविड-19 हेल्पर वेबसाइट बनाई। रमनजोत का कहना है कि इस वेबसाइट से कोविड-19 के देश ही नहीं विश्व भर में बढ़ रहे केसों को जानकारी मिलती थी। इसके अलावा डब्ल्यूएचओ की तरफ से निरंतर जारी होने वाली गाइडलाइंस और खबरे भी।
यह एप्लिकेशन प्रोग्रामिंग के जरिये डाटा इकट्ठा करती है, जो वेबसाइट पर खुद ब खुद अपडेट होती रहती है। इसमें संक्रमित, ठीक होने वाले व मरने वालों तक की जानकारी अपडेट होती रहती है। रमनजोत का कहना है कि यह वेबसाइट आरोग्य सेतु एप की तरह ही है। उस एप से पहले उसने वेबसाइट बनाई थी।
मोना ने कोरोना वारियर्स की फर्ज पर बनाया था मॉडल
आरकेएम गीता मंदिर स्कूल मॉडल टाउन कि मोना कश्यप ने कोरोना वारियर्स की कोविड काल में ड्यूटियों व फर्ज पर मॉडल बनाया था। उसने दिखाया था कि किस प्रकार से डॉक्टर अपनी जान की परवाह किए बिना दिन-रात मरीजों की सेहत का ख्याल रख रहे हैं। कई फर्ज की खातिर जान भी गंवा चुके हैं। वहीं पुलिस मुलाजिम दिन-रात सड़कों व चौक चौराहों पर ड्यूटी देकर लोगों को मास्क पहनने आदि के लिए आगाह कर रहे हैं। प्रिंसिपल अबकार सिंह ने मोना को इसके लिए सम्मानित किया।