Punjab News: जालंधर में राणा शुगर्स लिमिटेड पर ED की बड़ी कार्रवाई, 22 करोड़ से अधिक की संपत्ति जब्त
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने राणा शुगर्स लिमिटेड की 22.02 करोड़ रुपये की अचल संपत्ति जब्त की है। कंपनी पर विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम (फेमा) का उल्लंघन करने का आरोप है। राणा शुगर्स लिमिटेड के एमडी राणा इंदर प्रताप सिंह हैं जो सुल्तानपुर लोधी से निर्दलीय विधायक और कपूरथला से कांग्रेस विधायक राणा गुरजीत सिंह के बेटे हैं। ईडी ने संपत्तियों को जब्त कर लिया है।

जागरण संवाददाता, जालंधर। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम की धारा 4 का उल्लंघन करते हुए भारत के बाहर विदेशी मुद्रा रखने के आरोप में राणा शुगर्स लिमिटेड की 22.02 करोड़ रुपये की अचल संपत्ति जब्त की है।
सुल्तानपुर लोधी के निर्दलीय विधायक और कपूरथला से कांग्रेस विधायक राणा गुरजीत सिंह के बेटे राणा इंदर प्रताप सिंह इस कंपनी के एमडी हैं। ईडी ने फेमा के प्रावधानों की धारा 37 ए के तहत संपत्तियों को जब्त कर लिया है।
ईडी ग्लोबल डिपॉजिटरी रिसीट्स (जीडीआर) जारी करने और जीडीआर की पूरी आय का अपने वास्तविक उद्देश्य के लिए उपयोग न करने के संबंध में राणा शुगर्स लिमिटेड, इसके प्रमोटरों, निदेशकों और अन्य के खिलाफ मामला चला रहा था।
छह घंटे से अधिक समय तक चली पूछताछ
ईडी की जांच में पता चला कि मेसर्स राणा शुगर्स लिमिटेड ने कुल जीडीआर प्राप्तियों में से पूरी जीडीआर आय भारत को वापस नहीं भेजी और 2.56 मिलियन अमेरिकी डॉलर (22.02 करोड़ रुपये) की जीडीआर आय भारत के बाहर रखी। ईडी दिसंबर 2017 से इस मामले की जांच कर रहा था।
राणा इंदर प्रताप को जनवरी 2018 में ईडी ने इस मामले में तलब किया था और अधिकारियों ने उनसे छह घंटे से अधिक समय तक पूछताछ की थी। यह मामला तब प्रकाश में आया जब भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) ने ईडी को सूचित किया कि यह धन जुटाया गया था।
63 करोड़ का लगाया जुर्माना
भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) को सूचित किए बिना यह फेमा का स्पष्ट उल्लंघन था। सेबी ने राणा शुगर्स लिमिटेड पर अपने माध्यम और व्यक्तिगत संस्थाओं को धन हस्तांतरित करने के कथित आरोपों पर 63 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया था।
आयकर विभाग ने भी दो महीने पहले राणा से जुड़े 35 परिसरों पर छापेमारी की थी। छापेमारी लगातार पांच दिनों तक की गई थी।
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