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व्यापारियों की पूल डिप्लोमेसी, प्याज की कीमत पर पड़ रही भारी

जनता ही नहीं सरकार के भी आंसू निकाल रही रहे प्याज के बढ़े दामों पर नियंत्रण नहीं हो पा रहा है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 12 Dec 2019 02:11 AM (IST)Updated: Thu, 12 Dec 2019 02:11 AM (IST)
व्यापारियों की पूल डिप्लोमेसी, प्याज की कीमत पर पड़ रही भारी
व्यापारियों की पूल डिप्लोमेसी, प्याज की कीमत पर पड़ रही भारी

जागरण संवाददाता, जालंधर

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लगातार बढ़ते जा रहे प्याज के दाम पर अंकुश लगाने के लिए विदेश से प्याज मंगवाने के बावजूद इसके दाम कम नहीं हो रहे हैं। बुधवार को भी लोग 100 रुपये प्रति किलो के हिसाब से प्याज खरीदने को विवश है। दाम कम न होने का मुख्य कारण थोक कारोबारियों की 'पूल' डिप्लोमेसी है। थोक में 30 से 35 रुपये प्रति किलो प्याज के दाम कम होने के बावजूद लोगों को इसका लाभ नहीं मिल रहा है।

खास बात यह है कि अफगानिस्तान के बाद तुर्की व तजाकिस्तान से भी प्याज का आयात किया जाने लगा है। मंडी में रोजाना आयातित प्याज की दो से तीन गाड़ियां पहुंच भी रही हैं। इसी बीच सरकार की ओर से प्याज के भंडारण की सीमा खत्म होने के बाद व्यापारियों के हौसले बढ़ गए हैं।

सरकार के लिए परेशानी का सबब बन चुके प्याज के दामों पर नियंत्रण पाने के लिए पहले अफगानिस्तान व अब तुर्की तथा तजाकिस्तान से प्याज का आयात किया जा रहा है। - यह है जमीनी हकीकत

प्याज की आमद कम होने व वेडिग सीजन में मांग तेज होने के चलते रिटेल कारोबारी मनमाने दामों पर प्याज की बिक्री कर रहे है। यहीं कारण है कि थोक में चंद दिनों में ही रेट में 30 रुपये तक प्रति किलो की उल्लेखनीय गिरावट के बाद भी लोगों तक इसका लाभ नहीं पहुंच रहा है। दैनिक जागरण की टीम ने वास्तविकता जानने के लिए ग्रीन मॉडल टाउन में प्याज के दामों का पता किया तो वहां पर आज भी 100 रुपये प्रति किलो बिक्री की जा रही थी। इसी तरह लाजपत नगर में रेहड़ी पर प्याज बेच रहे जसपाल सिंह बताते हैं कि एक सप्ताह पूर्व प्याज खरीदे थे। बिक्री कम होने के कारण बचा हुआ प्याज बेच रहे है। जिसके चलते प्याज के गिरे दामों का पता नहीं। - खत्म हुई भंडारण सीमा की सीमा

प्याज की काला बाजारी व जमाखोरी को देखते हुए पंजाब सरकार ने प्याज की भंडारण सीमा तय की थी। इसके तहत 10 दिसंबर तक थोक कारोबारी 250 क्विटल तथा रिटेलर 50 क्विटल से अधिक प्याज को स्टोर नहीं कर सकते। जांच के लिए फूड व सिविल सप्लाई विभाग ने कई दिनों तक छापेमारी भी की। अब भंडारण सीमा की सीमा खत्म होने के बाद बड़े कारोबारी धड़ल्ले से प्याज का स्टाक कर रहे है। - सप्ताह भर में थोक के दामों में हुई गिरावट

पहले अब

अफगानिस्तान का प्याज

60 से 65 40 से 48

अलवर का प्याज

70 से 80 60 से 68

अब आया तुर्की का प्याज

50 से 55 रुपये


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