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नशा छुड़ाओ केंद्रों में दवाइयों के वसूल रहे मनमाने दाम, आदेशों की उड़ रहीं धज्जियां Jalandhar News

पंजाब में 13 निजी व 3 सरकारी नशा छुड़ाओ केंद्र चल रहे हैं। दवाइयों के मनमाने दाम वसूल करने वाले सेंटरों के खिलाफ शिकायत विभाग के टोल फ्री नंबर 104 पर दी जा सकती है।

By Sat PaulEdited By: Published: Fri, 15 Nov 2019 03:56 PM (IST)Updated: Fri, 15 Nov 2019 03:56 PM (IST)
नशा छुड़ाओ केंद्रों में दवाइयों के वसूल रहे मनमाने दाम, आदेशों की उड़ रहीं धज्जियां Jalandhar News
नशा छुड़ाओ केंद्रों में दवाइयों के वसूल रहे मनमाने दाम, आदेशों की उड़ रहीं धज्जियां Jalandhar News

जालंधर, जेएनएन। नशा छोड़ने के लिए लोगों को महंगे इलाज से राहत दिलाने के लिए सरकार की ओर से दवाइयों के कम किए गए दामों के आदेशों की निजी नशा छुड़ाओ केंद्र जमकर धज्जियां उड़ा रहे हैं। यहां पर दवाइयों के मनमर्जी से दाम वसूले जा रहे हैं। आदेश जारी होने के दस दिन बाद भी सेहत विभाग लोगों को कम दाम पर दवाइयां मुहैया करवाने में नाकाम साबित हुआ है।

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सेहत विभाग की ओर से चार नवंबर को राज्य भर के निजी नशा छुड़ाओ केंद्रों में नशा छोडऩे वाले मरीजों के लिए इस्तेमाल होने वाली दवा बुर्फीनोरफिन व निलोक्सीन की दवा के दाम कम करने के आदेश जारी किए थे। इसके साथ ही केंद्रों में दवाइयों के नाम के साथ दाम के बोर्ड लगाने के आदेश जारी किए थे। इसके बावजूद निजी नछा छुड़ाओ केंद्रों के संचालक मनमानी करने में लगे हैं। सेहत विभाग की ओर से प्रत्येक गोली का दाम 7.50 रुपये निर्धारित किया गया है, जबकि निजी केंद्र 35 से लेकर 38 रुपये प्रति गोली वसूल रहे हैं।

एक मरीज ने आरोप लगाया कि सत करतार अस्पताल में नशा छोडऩे की दवा लेने के लिए गए थे। उन्हें उक्त दवा का एक पत्ता 380 में रुपये में दिया गया है। दाम कम होने के बारे में पूछने पर सेंटर के स्टाफ ने टालमटोल करने लगा और बिल देने से भी कन्नी कतराई। वहीं, सेंटर की डॉ. राधिका सेठ व अस्पताल के मैनेजर राहुल ने आरोपों को बेबुनियाद बताया है। उन्होंने कहा कि वह सरकारी आदेशों के अनुसार निर्धारित दाम पर मरीजों को बिल सहित दवा दे रहे हैं।

निजी नशा छुड़ाओ केंद्रों में रोष

निजी नशा छुड़ाओ केंद्र के डाक्टरों में रोष है, परंतु विरोध को लेकर वे आगे नहीं आ रहे हैं। उनका कहना है कि महंगी दवा खरीदकर मजबूरन सस्ती बेच रहे हैं। विभाग को पहले नोटिस देना चाहिए था, ताकि दवा का स्टॉक खत्म करने व कंपनी को वापस किया जा सकता। सरकारी खरीद को लेकर भी नीतियां अभी तक स्पष्ट नहीं हैं।

जांच में मिली खामियां, नहीं दिखे दवा के दाम के बोर्ड

सिविल सर्जन डॉ. गुरिंदर कौर चावला ने बताया कि डिप्टी मेडिकल कमिश्नर डॉ. ज्योति शर्मा की अगुवाई में टीम ने तीन नशा छुड़ाओ केंद्रों का औचक दौरा किया। केंद्रों में सरकारी आदेशों के मुताबिक दवाइयों के दाम के बोर्ड नहीं लगाए गए थे। दवाइयों की खरीद-बेच के रिकॉर्ड की भी जांच की गई। उन्होंने उक्त केंद्रों को कारण बताओ नोटिस जारी करने की बात कही है।

टोल फ्री नंबर 104 पर करें शिकायत

सिविल सर्जन डॉ. गुरिंदर कौर चावला ने कहा कि दवाइयों के मनमाने दाम वसूल करने वाले सेंटरों के खिलाफ शिकायत विभाग के टोल फ्री नंबर 104 पर दी जा सकती है। जिले में 13 निजी व 3 सरकारी नशा छुड़ाओ केंद्र चल रहे हैं।

आदेश लागू न करने वाले सेंटरों पर गिरेगी गाज

स्टेट मेंटल हेल्थ प्रोग्राम अफसर डॉ. सुखविंदर कौर का कहना है कि राज्य में 35 सरकारी व 105 निजी नशा छुड़ाओ केंद्र चल रहे हैं। नीतियों का पालन न करने वाले केंद्रोंं के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। विभाग की ओर से निजी केंद्रों को सस्ती दवा की सप्लाई की जाएगी। केंद्र जिला स्तर पर डिमांड सिविल सर्जन को देंगे और पंजाब हेल्थ सिस्टम कारपोरेशन से इसकी सप्लाई की जाएगी। 

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