खेत में खेल रही तीन साल की मासूम को कुत्ते ने नोंचा, सिविल अस्पताल मे करवाया इलाज
शहर में कुत्तों का आतंक कम नहीं हो रहा है। निकटवर्ती गांव अलीपुर में तीन साल की बच्ची को कुत्ते ने नोंच लिया।
जेएनएन, जालंधर। शहर में कुत्तों का आतंक कम नहीं हो रहा है। निकटवर्ती गांव अलीपुर में तीन साल की बच्ची को कुत्ते ने नोंच लिया। सिविल अस्पताल से इलाज करवाने के बाद परिजन उसे घर ले गए। बच्ची परी की मां राम कली ने बताया कि वह खेत में साग तोड़ रही थी और बच्ची थोड़ी दूरी पर खेल रही थी। अचानक अवारा कुत्ते ने उस पर हमला कर दिया और उसे नीचे गिरा दिया। शोर मचाने पर लोगों ने कुत्ते को पत्थर व लाठियां मारकर वहां से भगाया। सिविल अस्पताल में ड्यूटी पर तैनात डॉ. कामराज ने बताया कि कुत्ते ने बच्ची को माथे तथा मुंह पर नोंचा था। उसे दाखिल करने की सलाह दी गई थी। परिजनों ने बच्ची को घर लेकर जाने की जिद्द की। इसके बाद बच्ची का टीकाकरण व इलाज करने के बाद उसे घर भेज दिया था। हालांकि बच्ची घायल है परंतु खतरे से बाहर है।
उधर, सिविल अस्पताल की मेडिकल सुपरिंटेंडेंट डॉ. जसमीत कौर बावा का कहना है कि सिविल अस्पताल में एंटी रेबिज टीकों का पर्याप्त मात्रा में स्टाक है। उन्होंने कहा कि पिछले दो माह अस्पताल में कुत्तों द्वारा काटने जाने से 750 के करीब मरीज नामजद किए गए हैं। एक्ट में एफआइआर का प्रावधान एडवोकेट गुरिंदर अरोड़ा के अनुसार म्युनिसपल एक्ट-1976 की धारा-9 में अवारा पशुओं के रखरखाव के लिए शहरी क्षेत्र में निकायों के प्रमुख जिम्मेदार हैं। अगर किसी भी हादसे में किसी की जान जाती है या घायल होता है तो इसके लिए शहरी क्षेत्रों में सीधे निकाय के सुप्रीम, महानगर में निगम कमिश्नर, कसबों में नगर परिषद व पंचायत के कार्यसाधक अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने का प्रावधान है।