डाक्टर रहे हड़ताल पर, मेडिकल करवाने वाले भटकते रहे
छठे वेतन आयोग की सिफारिशों के खिलाफ डाक्टरों का रोष लगातार बढ़ रहा है।
जागरण संवाददाता, जालंधर
छठे वेतन आयोग की सिफारिशों के खिलाफ डाक्टरों का रोष लगातार बढ़ रहा है। डाक्टरों ने शनिवार को भी हड़ताल जारी रखी और इस दौरान ओपीडी बंद रहने से मरीजों को खासी परेशानियों से गुजरना पड़ा। डाक्टरों में इस बात को लेकर भी रोष व्याप्त है कि सेहत मंत्री ने पिछले शुक्रवार को मोहाली में डाक्टरों के धरने के दौरान गुरुद्वारा साहिब को साक्षी मानकर एक सप्ताह में समस्या का समाधान करने का आश्वासन दिया था, परंतु फिलहाल डाक्टरों को मांगें पूरी होने की कोई सूचना नही मिली है। डाक्टरों ने ईएसआई अस्पताल में मांगों को लेकर सरकार के खिलाफ रोष प्रदर्शन किया। एसोसिएशन के प्रधान डाक्टर प्रदीप शर्मा ने कहा कि डाक्टर सोमवार को सिविल सर्जन दफ्तर का घेराव करेंगे और कामकाज बंद करवाएंगे।
करीब 20 दिन से हड़ताल पर बैठे डाक्टरों के कारण आम जनता को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। लोग इलाज करवाने के लिए भटक रहे हैं और मजबूरन उन्हें निजी अस्पतालों में जाकर महंगा इलाज करवाना पड़ रहा है। सबसे बुरी स्थिति गरीब परिवारों की है जोकि निजी अस्पतालों की फीस तक नहीं दे सकते। वहीं सिविल अस्पताल में आरोपितों का मेडिकल करवाने के लिए आने वाले पुलिस मुलाजिमों को भी भटकना पड़ा। कपूरथला जेल से हाईकोर्ट के आदेशों पर गैंगस्टर का मेडिकल करवाने के लिए आए पुलिस मुलाजिमों को करीब दो घंटे तक भटकना पड़ा। मौके पर तैनात डाक्टरों ने हड़ताल का हवाला देकर टाल दिया था। मामले को लेकर पुलिस मुलाजिमों और डाक्टरों में बहसबाजी भी हुई। अंत में मेडिकल सुपरिटेंडेंट के आदेशों पर समस्या का समाधान हुआ।