Move to Jagran APP

स्ट्रे डाग की मौत की जांच के घेरे में आए डाक्टर, आरोप साबित हुए तो दर्ज होगा आपराधिक केस

नगर निगम के डाग कंपाउंड में एक स्ट्रे डाग की मौत का मामला गंभीर रूप ले गया है। किला मोहल्ला निवासी डाग लवर मोनिका की शिकायत पर नगर निगम के ज्वाइंट कमिश्नर अमित सरीन ने एनिमल बर्थ कंट्रोल सोसायटी के प्रधान डा. सिमरनजीत सिंह के खिलाफ जांच खोल दी है।

By JagranEdited By: Published: Wed, 01 Dec 2021 01:10 AM (IST)Updated: Wed, 01 Dec 2021 01:10 AM (IST)
स्ट्रे डाग की मौत की जांच के घेरे में आए डाक्टर, आरोप साबित हुए तो दर्ज होगा आपराधिक केस
स्ट्रे डाग की मौत की जांच के घेरे में आए डाक्टर, आरोप साबित हुए तो दर्ज होगा आपराधिक केस

जागरण संवाददाता, जालंधर : नगर निगम के डाग कंपाउंड में एक स्ट्रे डाग की मौत का मामला गंभीर रूप ले गया है। किला मोहल्ला निवासी डाग लवर मोनिका की शिकायत पर नगर निगम के ज्वाइंट कमिश्नर अमित सरीन ने एनिमल बर्थ कंट्रोल सोसायटी के प्रधान डा. सिमरनजीत सिंह के खिलाफ जांच खोल दी है। अमित सरीन खुद इंक्वायरी अफसर होंगे और सुपरिंटेंडेंट हरजोत सिंह पेशी अफसर नियुक्त किए गए हैं। पेशी अफसर डा. सिमरनजीत, शिकायतकर्ता मोनिका और इस मामले से जुड़े लोगों के बयान दर्ज करेंगे और आधिकारिक रूप से शिकायतकर्ता से सभी सबूत भी लेंगे। ज्वाइंट कमिश्नर ने कहा कि अगर आरोप सही साबित होते हैं तो डाक्टर के खिलाफ जानवरों के प्रति क्रूरता रोकथाम अधिनियम के तहत केस दर्ज किया जाएगा। ऐसे में डाग्स के आपरेशन का ठेका रद भी किया जा सकता है। ज्वाइंट कमिश्नर ने कहा कि शिकायकर्ता की शिकायत के आधार पर जांच शुरू कर दी गई है और कमिश्नर करनेश शर्मा को भी इस पर रिपोर्ट दे रहे हैं। बता दें कि डॉग लवर मोनिका ने एक सप्ताह पहले आरोप लगाया था कि नंगल शामां डाग कंपाउंड में उनके एक कुत्ते को मार दिया गया। आरोप लगाया था कि डाक्टर ने खुंदक निकालने के लिए उनके कुत्ते को जानबूझकर मारा है। मोनिका ने बताया कि करीब 20 दिन पहले उनकी गली में डाग कैचर टीम कुछ कुत्तों को लेकर गई थी। इनमें से एक कुत्ता डाक्टरों ने गुम कर दिया था। डाक्टर के खिलाफ उन्होंने पुलिस में शिकायत दी थी जिस कारण बाद में उनके एक कुत्ते को डाक्टर ने मार दिया।

loksabha election banner

-------------

डाक्टर को नहीं होगी पेमेंट, आपरेशनों का वीडियो रिकार्ड मांगा

ज्वाइंट कमिश्नर अमित सरीन ने एनिमल बर्थ कंट्रोल सोसायटी की करीब 42 लाख रुपए की पेमेंट पर रोक लगाने की सिफारिश की है। उन्होंने मामले की फाइल पर नोट लिख दिया है और कमिश्नर से सिफारिश की है कि जब तक डाक्टर आपरेशन की वीडियोग्राफी का रिकार्ड नहीं दिखाते हैं तब तक इन्हें भुगतान न किया जाए। ज्वाइंट कमिश्नर ने कहा कि ठेका सोसायटी का काम पहले की तरह ही चल रहा है और सुधार के निर्देश पर अमल नहीं किया गया।

-------- डाग कंपाउंड में हालात खराब

ज्वाइंट कमिश्नर अमित सरीन ने कहा है कि डाग कंपाउंड में बड़े स्तर पर लापरवाही नजर आई है। उन्होंने सोमवार को खुद मौके का मुआयना करने के बाद देखा कि ना तो डाग कंपाउंड में कुत्तों को सही तरीके से रखा गया और उनकी टैगिग की गई है। आपरेशन करने का कोई रिकार्ड है। डॉक्टरों का कहना है कि जनवरी से लेकर सितंबर महीने तक 2295 डाग्स के ऑपरेशन किए गए हैं लेकिन उनके पास इसका एक भी रिकॉर्ड नहीं है जबकि ऑपरेशन की वीडियोग्राफी रखनी भी जरूरी है।

सात महीने पहले भी दी थी चेतावनी

सात महीने पहले भी डाग कंपाउंड के खिलाफ आई शिकायतों पर ज्वाइंट कमिश्नर अमित सरीन ने जांच की थी और सुधार के निर्देश दिए थे। डॉक्टरों को यह भी कहा था कि वह नियमों के तहत जितने भी कुत्तों के आपरेशन किए जाते हैं उनका वीडियोग्राफी करेंगे। इसी के आधार पर पेमेंट होगी। ज्वाइंट कमिश्नर ने कहा छह महीने पहले यह ब्रांच उनसे वापस ले ली गई थी और अब उन्हें दोबारा इसका चार्ज मिला है। अब जांच में स्पष्ट हुआ है कि एनिमल बर्थ कंट्रोल सोसायटी नियमों का पालन नहीं कर रही है और छह महीने पहले जैसे ही हालात बने हुए हैं। --------

सुधार के लिए पैनल बनाएंगे : कमिश्नर

नगर निगम कमिश्नर करनेश शर्मा ने कहा कि डॉग कंपाउंड में सुधार के लिए पैनल का गठन करेंगे। इसमें एनजीओ, अधिकारी और डाक्टर शामिल होंगे। कंपाउंड में बेहतरी के लिए सुझाव लेकर अमल में लाएंगे। ज्वाइंट कमिश्नर जांच कर रहे हैं। उनकी जांच के मुताबिक ही अगली कार्रवाई होगी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.