जालंधर किडनी कांड से जुड़ सकते हैं कानपुर में गिरफ्तार डॉ. दीपक के तार
जालंधर में 2016 को हुए किडनी कांड में तीन साल बाद फिर से हलचल हो सकती है। कानपुर में हुए किडनी कांड में डॉ. दीपक शुक्ल को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
जेएनएन, जालंधर। जालंधर में 2016 को हुए किडनी कांड में तीन साल बाद फिर से हलचल हो सकती है। कानपुर में हुए किडनी कांड में पुष्पावती सिंघानिया रिसर्च इंस्टीट्यूट के डॉ. दीपक शुक्ल को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। वहां के एसपी क्राइम राजेश यादव ने प्रेस कांफ्रेंस करके मामले का खुलासा किया है। उन्होंने ये भी खुलासा किया कि जालंधर में हुए किडनी कांड में गिरफ्तार हुए वरदान चंद्र की किडनी भी डॉ. दीपक की मंजूरी के बाद ही निकाली गई थी। अब इस बड़े खुलासे के बाद डॉ. दीपक के तार जालंधर किडनी कांड से जुड़ सकते हैं।
ऐसे में अब जालंधर पुलिस के लिए भी जांच का विषय होगा कि जालंधर किडनी कांड में शामिल रहे डॉक्टरों के साथ डॉ. दीपक के संबंध थे या नहीं। वरदान चंद्र की किडनी डॉ. दीपक की मंजूरी के बाद ही निकाली गई थी तो ऐसे में ये आशंका जताई जा सकती है कि जालंधर के डॉक्टरों ने उनसे संपर्क किया होगा। इन सब सवालों के जवाब पाने के लिए जालंधर पुलिस कानपुर में गिरफ्तार हुए डॉ. दीपक शुक्ल को जालंधर लाने की प्रक्रिया शुरू कर सकती है।
इस संबंध में डीसीपी गुरमीत सिंह का कहना था कि फिलहाल इस मामले में कुछ नहीं कहा जा सकता है। सारे मामले की गहनता से जांच करने के बाद ही डॉ. दीपक को जालंधर लाने के बारे में विचार किया जा सकता है।
जालंधर के बाद कानपुर में भी पकड़ा गया था लखनऊ का सबूर अहमद और जुनैद खान
कानपुर के किडनी कांड में गिरफ्तार हो चुके सबूर अहमद और जुनैद खान 2016 में जालंधर किडनी कांड में गिरफ्तार हो चुके हैं। दोनों के सीधे संबंध इस मामले में नामजद हुए बाकी लोगों से थे। जुनैद ने ही बाकी लोगों को किडनी देने के लिए मनाया था। खुद जुनैद ने भी किडनी बेची थी जिसके बाद भोले भाले लोगों को पैसों का लालच देकर किडनी देने के लिए उकसाता था। इन दोनों के भी कानपुर में गिरफ्तार होने के बाद वहां से मामले को जालंधर के मामले से जोड़ा जा रहा है।
जालंधर में ऐसे पकड़े गए थे लोग
तीन साल पहले 2016 में जालंधर के गढ़ा में स्थित एक होटल में कुछ लोग आकर ठहरे थे। होटल के मालिक को उनकी गतिविधियां संदिग्ध लगी जिसके बाद उसे लगा कि आंतकी आकर ठहरे हुए हैं। उसने पुलिस को सूचित किया तो पुलिस ने ट्रैप लगाकर होटल में ठहरे जुनैद खान और उसके साथियों को गिरफ्तार किया था। उनकी गिरफ्तारी के बाद पता चला था कि सभी किडनी रैकेट से जुड़े हुए हैं और उनके बयानों पर बाद में डॉ. राजेश अग्रवाल, डॉ. पुनीत सहित दो दर्जन से ज्यादा लोगों को जांच में शामिल करवाया गया था।
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