घर से ही स्टडी वीजा पर सुझाव दे रहीं दिव्या सचदेवा
आइडीपी एजुकेशन की दिव्या सचदेवा भी घर से ही काम कर रही हैं लेकिन वे ऑफिस में ही वर्किंग को अधिक प्रभावशाली मानती हैं।
जागरण संवाददाता, जालंधर : वर्क फ्रॉम होम एक चुनौतीपूर्ण कार्य है। यह जरूर है कि आप घर पर ही रह कर ऑफिस का काम कर पाते हैं, लेकिन यह बेहद मुश्किल है। कोरोना वायरस को देखते हुए लागू कर्फ्यू के दौरान आइडीपी एजुकेशन की मैनेजर दिव्या सचदेवा भी घर से ही काम कर रही हैं, लेकिन वे ऑफिस में ही वर्किंग को अधिक प्रभावशाली मानती हैं।
दिव्या का कहना है कि ऑफिस में बैठकर आप मात्र ऑफिशियल काम ही करते हैं, लेकिन वर्क फ्रॉम होम में सब कुछ मिक्सअप हो जाता है। आप घर पर ही रहते हैं तो घरेलू काम भी आपको देखने पड़ते हैं। इसके अलावा ऑफिस का ऑनलाइन काम भी करना पड़ता है। घर में आपकी जरूरत किसी भी समय पड़ सकती है। इस कारण ऑनलाइन चल रहे ऑफिशियल काम में अवरोध पैदा होता है। इसके अलावा घर पर रहते हुए आपको दैनिक दिनचर्या को भी निपटाना होता है। इस कारण महिलाओं के लिए वर्क फ्रॉम होम आसान काम नहीं है।
दिव्या बताती हैं कि जब आप ऑफिस में होते हैं तो एक रूटीन बना होता है और उस रूटीन के मुताबिक ही आप ऑफिस का टाइम खत्म होने के बाद घर का काम शुरू करते हैं, जोकि घर पर रहकर मुमकिन नहीं है। यह ठीक है कि आपको घर से ऑफिस तक की दूरी नहीं तय करनी पड़ती और न ही ट्रैफिक जाम जैसी समस्याओं से जूझना पड़ता है।