विवादः भाटिया बोले, नगर कीर्तन कमेटी भंग कर दी, गाबा ने कहा- मैंने नहीं दिया इस्तीफा
गुरुद्वारा दोआबा श्री गुरु सिंह सभा, अड्डा होशियारपुर के चेयरमैन परमजीत सिंह हीरा भाटिया ने नगर कीर्तन को लेकर बनाई गई कमेटी भंग करना का दावा किया है।
जागरण संवाददाता, जालंधर : गुरुद्वारा दोआबा श्री गुरु सिंह सभा, अड्डा होशियारपुर के चेयरमैन परमजीत सिंह हीरा भाटिया ने अन्य पदाधिकारियों के साथ वीरवार को प्रेस कांफ्रेंस करके नगर कीर्तन को लेकर बनाई गई कमेटी भंग होने का दावा किया। उनका दावा था कि नियमों के विपरित कमेटी में सदस्य शामिल करने के चलते ऐसा हुआ है। जबकि, एसजीपीसी सदस्य कुलवंत सिंह मनन को छोड़कर अन्य सदस्यों ने इस्तीफे से साफ इंकार कर दिया। उन्होंने कमेटी भंग होने के दावे को भी निराधार बताया।
दरअसल, श्री गुरु नानक देव महाराज के प्रकाशोत्सव को लेकर पहले 20 नवंबर को नगर कीर्तन निकालने की घोषणा की थी। इसके बाद अन्य गुट ने 19 नवंबर को नगर कीर्तन निकालने की घोषणा कर दी। जिसके चलते शहर के गणमान्य लोगों के हस्तक्षेप के बाद एक ही दिन 17 नवंबर को नगर कीर्तन निकालने पर सहमति बनाई गई। इसके लिए एसजीपीसी सदस्य कुलवंत सिंह मनन, गुरुद्वारा दुख निवारण नौवीं पातशाही, जीटीबी नगर के प्रधान जत्थेदार जगजीत सिंह गाबा व धर्म प्रचार कमेटी के सदस्य सुरजीत सिंह चीमा पर आधारित कमेटी का गठन किया गया। जिसे परमजीत सिंह भाटिया ने भंग होने का दावा कर दिया।
इस दौरान उनके साथ जत्थेदार अजीत सिंह, दविदंर सिंह, रणजीत सिंह राणा, राजेंद्र सिंह भाटिया, गुरदेव सिंह गोल्डी भाटिया, राजेंद्र सिंह सभ्रवाल, गुरप्रीत सिंह, तेजिंदरपाल सिंह लक्की, करनैल सिंह, सुखदेव सिंह, जगजीत सिंह खालसा, इंद्रजीत सिंह, जयदीप सिंह बाजवा, अवतार सिंह, अमनदीप सिंह, प्रितपाल सिंह भाटिया, सुरजीत सिंह भाटिया, मनमोहन सिंह भाटिया व कुलवंत सिंह निहंग आदि मौजूद थे।
हालातों के चलते दिया इस्तीफा
इस बारे में एसजीपीसी सदस्य व जिला अकाली दल प्रधान कुलवंत सिंह मनन ने कहा कि हालातों को देखते हुए पद से इस्तीफा दिया है। उन्होंने कहा कि नगर कीर्तन में संगत की सेवा के लिए वह तैनात रहेंगे।
इस्तीफे को लेकर किया गया गलत प्रचार
गुरुद्वारा दुख निवारण साहिब नौवीं पातशाही, जीटीबी नगर के प्रमुख जत्थेदार जगजीत सिंह गाबा ने कहा कि उन्होंने पद से इस्तीफा नहीं दिया है। उन्होंने कहा कि एक सदस्य के जाने से कमेटी भंग नहीं होती। लिहाजा कमेटी विधिवत सेवाएं देगी। उन्होंने कहा कि वह तो 17 नवंबर को संगत से नगर कीर्तन में शामिल होने की अपील कर रहे हैं। वहीं, सुरजीत सिंह चीमा ने भी इस्तीफे से इंकार करते हुए नगर कीर्तन की सेवा के लिए डटे रहने की बात कही।