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इंस्पेक्टर की हत्या और कैश वैन लूटने की रच रहे थे साजिश, बर्खास्त कांस्टेबल सहित गैंगस्टर गिरफ्तार

कैश वैन लूटने और इंस्पेक्टर नवदीप सिंह की हत्या की साजिश रच रहे गिरोह का पर्दाफाश करते हुए बर्खास्त पुलिस कांस्टेबल और गैंगस्टर समेत तीन युवकों को गिरफ्तार किया है।

By Sat PaulEdited By: Published: Mon, 18 Mar 2019 09:37 AM (IST)Updated: Mon, 18 Mar 2019 09:37 AM (IST)
इंस्पेक्टर की हत्या और कैश वैन लूटने की रच रहे थे साजिश, बर्खास्त कांस्टेबल सहित गैंगस्टर गिरफ्तार
इंस्पेक्टर की हत्या और कैश वैन लूटने की रच रहे थे साजिश, बर्खास्त कांस्टेबल सहित गैंगस्टर गिरफ्तार

जेएनएन, जालंधर। कमिश्नरेट पुलिस के स्पेशल ऑपरेशन यूनिट की टीम ने कैश वैन लूटने और इंस्पेक्टर नवदीप सिंह की हत्या की साजिश रच रहे गिरोह का पर्दाफाश करते हुए बर्खास्त पुलिस कांस्टेबल और गैंगस्टर समेत तीन युवकों को गिरफ्तार किया है। चार आरोपित मौके से फरार हो गए। पकड़े गए आरोपितों में संजय नगर निवासी बर्खास्त कांस्टेबल जसविंदर सिंह उर्फ जस्सी (29), गुरदासपुर के धारीवाल निवासी गैंगस्टर कुलविंदर सिंह उर्फ बबलू (32) और हरगोबिंद नगर निवासी दीपक सैनी (30) हैं। इस दौरान जसविंदर के पास से 7.65 एमएम पिस्टल, 14 कारतूस, कुलविंदर सिंह के पास से 7.65 एमएम पिस्टल, 11 कारतूस और दीपक के पास से एक दातर और सात कारतूस बरामद किए। आरोपितों के प्लान था कि पहले वह एक कार को लूटेंगे, जिसके बाद इलाके में बैंक की कैश वैन को लूटने की वारदात को अंजाम देंगे। वहीं, पुलिस का कहना है कि उन्हें शक है कि आरोपित इंस्पेक्टर नवदीप की हत्या की साजिश रच रहे थे। हालांकि जिस घर से पुलिस ने आरोपितों को हथियारों के साथ पकड़ा, उस घर के मालिक जो पेशे से शराब तस्कर है, उसे केस में नामजद नहीं किया गया।

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प्रेस कांफ्रेंस में डीसी वरिंदर कुमार शर्मा व सीपी गुरप्रीत सिंह ने बताया शनिवार शाम को पुलिस को स्ट्रांग इनपुट मिला कि इलाके में कैश वैन को लूटने की कुछ लोग साजिश बना रहे हैं। इस पर एडीसीपी इंवेस्टीगेशन एएस रंधावा व एसीपी इंवेस्टीगेशन कंवलजीत सिंह की हिदायत पर इंस्पेक्टर बेअंत जुनेजा की टीम ने मौके पर रेड कर आरोपितों को काबू किया। शुरुआती पुलिस जांच के मुताबिक उक्त तीनों आरोपितों के गिरोह में बिहार के रहने वाले प्रिंस और बोतल नामक एक अन्य युवक समेत दो अज्ञात युवक भी शामिल हैं। आरोपितों से बरामद हुए दो पिस्टल उन्होंने बिहार के पटना से 70 हजार रुपये में खरीदे थे। थाना एक में तीनों आरोपितों समेत फरार आरोपितों के खिलाफ केस दर्ज किया है।

अवैध हथियार व नशे की बरामदगी पर पुलिस विभाग से निकाला जा चुका

आरोपित जसविंदर जस्सी सितंबर 2010 में बतौर कांस्टेबल पंजाब पुलिस में भर्ती हुआ था। शराब व नशा तस्करों से उसके संबंध इतने गहरे होने शुरू हो गए कि वह खुद भी उनसे नशा लेकर करने लगा। फरवरी 2018 में बिहार पुलिस ने उसके खिलाफ एनडीपीएस एक्ट व आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज किया। इस केस जस¨वदर से एक देसी रिवॉल्वर, छह कारतूस, एक नशे से भरा टीका और 100 ग्राम गांजा बरामद किया था। इसपर पुलिस विभाग ने जसविंदर को 2 जून 2018 को नौकरी से बर्खास्त कर दिया था।

शराब तस्कर के घर से काबू किया, लेकिन तस्कर को छोड़ दिया!

पुलिस सूत्रों के मुताबिक देर शाम को सूचना मिली थी कि इलाके में रहते शराब तस्कर सोनू के घर में उक्त आरोपित मौजूद हैं। रेड के दौरान शराब तस्कर सोनू मौजूद था, लेकिन पुलिस ने उसे छोड़ दिया और गिरफ्तारी इलाके के खाली प्लॉट की डाल दी। उक्त शराब तस्कर के खिलाफ थाना आठ में शराब तस्करी का केस दर्ज है, लेकिन उसकी इंस्पेक्टर लेवल के पुलिस कर्मी व राजनेता से करीबियां होने के कारण वह अभी तक गिरफ्तार होने से बचा हुआ है। सीपी ने कहा कि सोनू की भूमिका की जांच कर रहे हैं।

पेशी के दौरान गैंगस्टर से हुई दोस्ती, फिर बनाया गिरोह

गुरदासपुर के धारीवाल निवासी गैंगस्टर कुलविंदर ने पांच साथियों संग मिलकर कलानौर निवासी साहिब सिंह की हत्या की थी। मामले में उसे आठ साल की कैद हुई थी। जमानत पर छूटने के बाद वह फिर वारदातों को अंजाम देने लगा। थाना सिटी गुरदासपुर में ही उसके खिलाफ पांच मामले दर्ज हो चुके हैं। मई 2017 में उससे एक देसी पिस्टल बरामद होने पर थाना रामामंडी पुलिस ने केस दर्ज किया था। इस केस में आरोपित जस¨वदर को पेशी में ले जाते समय उस समय पुलिस कांस्टेबल जसविंदर की उसके साथ दोस्ती हो गई। दोनों नशा करने का शौक रखते थे, जिस कारण दोनों की दोस्ती गहरी होती चली गई। इस के बाद पुलिस विभाग से निकाले जाने के बाद जस¨वदर और कुल¨वदर ने अपना गिरोह बना लिया, जिसमें कुछ गुरदासपुर के युवक शामिल हैं तो कुछ बिहार के।

मैंने अफसरों से की शिकायत तो खुंदक रखने लगा: इंस्पेक्टर नवदीप

साल 2016-17 में थाना एक में एसएचओ के रूप में इंस्पेक्टर नवदीप अपनी सेवाएं दे रहे थे। आरोपित जस¨वदर सिंह उर्फ जस्सी इंस्पेक्टर नवदीप के साथ ही थाने में कांस्टेबल के रूप में तैनात था। इंस्पेक्टर नवदीप ने बताया कि उस समय सामने आया था कि जसविंदर के इलाके के नशा तस्करों के साथ काफी करीब के संबंध हैं। इस पर उन्होंने वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को जस¨वदर के बारे में रिपोर्ट दी थी, जिस पर कार्रवाई करते हुए जस¨वदर का ट्रांसफर कर दिया गया था। इंस्पेक्टर नवदीप ने बताया कि उसी समय से जसविंदर ने उनके बारे में एक गलत सोच अपने मन में बना ली। एक साल पहले बिहार पुलिस ने जसविंदर को पिस्टल और नशे के साथ गिरफ्तार किया था। इस मामले में जसविंदर के खिलाफ तुरंत विभागीय कार्रवाई करते हुए उसे पुलिस सेवा से बर्खास्त कर दिया गया। इंस्पेक्टर नवदीप ने कहा कि जसविंदर को लगता है कि बिहार में उसे उन्होंने ही पकड़वाया था, जिसके बाद नौकरी चली गई। जसविंदर द्वारा उनकी हत्या की साजिश रचने पर उन्होंने कहा कि वह तो करीब दो साल से जसविंदर से मिले भी नहीं और न ही किसी और तरह कोई संपर्क किया। 


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