Navratra Pujan Jalandhar: नवमी पर व्रत संपन्न करने वाले मां भक्तों ने किया कंजक पूजन
नवमी पर नवरात्र व्रत संपन्न करने वाले मां भक्तों ने शनिवार को सुबह कंजक पूजन के साथ नवरात्र भी संपन्न किए। 24 अक्टूबर को सुबह 7 बजे के बाद नवमी लगनी थी। ऐसे में तड़के घर तथा मंदिरों में जाकर पूजा अर्चना की।
जालंधर, जेएनएन। नवमी वाले दिन नवरात्र व्रत संपन्न करने वाले मां भक्तों ने शनिवार को कंजक पूजन किया। इससे पूर्व मां दुर्गा के नौवें स्वरूप मां सिद्धिदात्री की पूजा-अर्चना की गई। इसके साथ ही खेत्री विसर्जित करने वाले श्रद्धालुओं ने भक्तों ने अपने नजदीकी मंदिर में खेत्री भेंट करके नवरात्र सम्पन्न किए।
दरअसल, नवरात्र के व्रत रखने वाले श्रद्धालु अष्टमी तथा नवमी वाले दिन इन्हें संपन्न करके कंजक पूजन करते हैं। इस बार शारदीय नवरात्रों में 23 अक्टूबर को सुबह 7 बजे के बाद अष्टमी शुरू हुई थी। जिसके चलते अष्टमी के दिन नवरात्र व्रत संपन्न करने वाले मां के भक्तों ने शुक्रवार को कंजक पूजन किया। इसी तरह नवमी पर नवरात्र व्रत संपन्न करने वाले मां भक्तों ने शनिवार को सुबह कंजक पूजन के साथ नवरात्र भी संपन्न किए। 24 अक्टूबर को सुबह 7 बजे के बाद नवमी लगनी थी। ऐसे में तड़के घर तथा मंदिरों में जाकर पूजा अर्चना की गई। सुबह 7 बजे के बाद घर तथा मंदिरों में कंजक पूजन किया जाएगा।
यह है मां सिद्धिदात्री की पूजा का महत्व
श्री गोपी नाथ मंदिर सर्कुलर रोड के प्रमुख पुजारी पंडित दीन दयाल शास्त्री बताते हैं कि मां दुर्गा के नौवें स्वरूप मां सिद्धिदात्री की कृपा से इंसान को सिद्धियों की प्राप्ति होती है। इसके साथ ही मां की आराधना मोक्ष पाने में भी सहायक होती है। उन्होंने कहा कि चैत्र के नवरात्र में इस दिन को रामनवमी तथा शारदीय नवरात्र के अगले दिन विजयदशमी के रूप में मनाया जाता है।