उल्टा चश्माः कोरोना का कमाल, सब्जी मंडी में एंट्री के लिए तरसने वाले रातोंरात बने आढ़ती
मकसूदां सब्जी मंडी में इन दिनों भीड़ तो कम हो गई है लेकिन प्रतापपुरा में शारीरिक दूरी बनाए रखने के दिए गए आदेश का पालन होता नजर नहीं आ रहा।
जालंधर, [शाम सहगल]। मकसूदां सब्जी मंडी में लगातार बढ़ रही भीड़ को कंट्रोल करने के लिए जिला प्रशासन ने प्रतापपुरा अनाज मंडी को सब्जी मंडी के रूप में विकसित किया है। प्रशासन की इस योजना से मंडी में भीड़ कम हुई या नहीं हुई यह तो बाद की बात है परंतु इस नई व्यवस्था से कइयों के बारे-न्यारे भी हुए हैं। जो मकसूदां सब्जी मंडी में प्रवेश के लिए लाल-हरा पास बनवाने के लिए तरस रहे थे और आगे-पीछे धक्के खा रहे थे वह प्रतापपुरा मंडी में आढ़ती का लाइसेंस बना कर थोक कारोबारी बन गए हैं। हालांकि जिस उद्देश्य से जिला प्रशासन ने दो जगह मंडी लगाने का फैसला लिया था वह प्रतापपुरा मंडी में भी पूरा होता नजर नहीं आ रहा। मकसूदां सब्जी मंडी में इन दिनों भीड़ तो कम हो गई है लेकिन प्रतापपुरा में शारीरिक दूरी बनाए रखने के दिए गए आदेश का पालन होता नजर नहीं आ रहा।
शायद अब नहीं कोई खतरा
लोगों को फल-सब्जियां घर द्वार तक पहुंचाने के लिए प्रशासन ने मकसूदां सब्जी मंडी को ही खुले रखने के आदेश दिए थे। लेकिन देखते ही देखते मंडी में ही कोरोना का खतरा पैदा हो गया। कारण, यहां जिले भर से रिटेल विक्रेता, थोक दुकानदार और किसानों की आमद बहुत ज्यादा हो गई थी। प्रशासन ने भीड़ को कम करने के लिए प्रतापपुरा में एक और मंडी खोलने का फैसला कर लिया। वहां मंडी विकसित होते ही प्रशासन ने मकसूदां सब्जी मंडी में हो रही थर्मल स्कैनिंग भी रोक दी और पुलिस सुरक्षा भी हटा दी। इससे आढ़तियों में रोष है। उनका कहना है कि चाहे मंडी में अब भीड़ कम हो गई है लेकिन फिर भी यहां कोरोना नहीं फैल पाएगा ऐसा सोचना गलत है। प्रशासन को यहां थर्मल स्कैनिंग बंद नहीं करनी चाहिए। यही नहीं प्रतापपुरा में भी थर्मल स्कैनिंग शुरू करनी चाहिए थी। यह लापरवाही भारी न पड़ जाए।
बड़े वर्ग को बड़ी राहत
कोरोना पॉजिटिव केस बढ़ने के बाद शहर के कई इलाकों को कंटेनमेंट जोन में शामिल कर दिया गया है। इनमें वे इलाके भी शामिल कर दिए गए जो कोरोना ग्रस्त इलाकों से बेहद दूर थे और जहां से शहर भर में किरयाना की होम डिलीवरी करने वाली 40 प्रतिशत दुकानें आती थीं। इनमें गुड़ मंडी, इमाम नासिर, चरणजीत पूरा तथा बाजार चढ़त सिंह शामिल हैं। यह इलाके कंटेनमेंट जोन में शामिल करने से शहर भर में होने वाली होम डिलीवरी थम कर रह गई। यही नहीं इन दुकानों में पड़ा करोड़ों रुपये का सामान खराब होने का डर भी दुकानदारों को सताने लगा। इन दुकानदारों ने प्रशासन के सामने गुहार लगाई तो अब जाकर उनकी सुनवाई करते हुए इन इलाकों को कंटेनमेंट जोन से हटा दिया है। ऐसे में अब फिर से यहां से घरों में होम डिलीवरी शुरू हो पाएगी। वहीं मंडी फेंटनगंज से भी भीड़ कम होगी।
पंडित जी ने की भूतवाणी
बात गीता मंदिर मॉडल टाउन के एक पंडित जी के साथ जुड़ी हुई है। कोरोना वायरस पॉजिटिव आने के बाद इन दिनों सिविल अस्पताल में उपचाराधीन हैं। अस्पताल में इलाज करवाते हुए पंडित जी ने अपनी भविष्यवाणी नहीं बल्कि भूत वाणी कर दी। इसके लिए बाकायदा मीडिया को प्रेस नोट जारी करके उन्होंने स्पष्ट किया कि ज्योतिषाचार्य होने के नाते मेरे हृदय में कुछ अपनी ही कुंडली के बारे में जानने की उत्सुकता पैदा हुई थी। इस दौरान मैंने देखा कि मेरा दो मई को कर्क लग्न था। जिसमें पुष्य नक्षत्र का चंद्रमा अष्टम भाव में होने के कारण बीमारी का योग बन रहा था। पंडित जी ने दावा किया था वे इसी कारण 30 अप्रैल को अपना चेकअप खुद ही करवाने के लिए अस्पताल पहुंच गए। चेकअप के दौरान रिपोर्ट पॉजिटिव आ गई। उन्होंने कहा कि मुझे पूरा विश्वास है कि मैं जल्द ही सेहतमंद होकर अपने परिवार में लौट जाउंगा।
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