घरेलू वस्तुओं से शिक्षा विभाग बच्चों में बढ़ा रहा विज्ञानिक सोच
राज्य भर के सरकारी स्कूलों के बच्चों में वैज्ञानिक सोच जगाने के लिए शिक्षा विभाग ने प्रोजेक्ट शुरू किया है।
अंकित शर्मा, जालंधर : राज्य भर के सरकारी स्कूलों के बच्चों में विज्ञानिक सोच जगाने के लिए शिक्षा विभाग ने साप्ताहिक गतिविधियों का प्रोजेक्ट शुरू किया है। इसके तहत विद्यार्थियों को 'मैं वी विज्ञानिक' प्रोजेक्ट के तहत प्रत्येक सप्ताह एक-एक टास्क दिया जाएगा। इसमें वे घर पर उपलब्ध होने वाली वस्तुओं की मदद से टास्क रूपी गतिविधि को पूरा करेंगे और उसके बारे में रिसर्च करेंगे। ताकि बच्चों को घरेलु वस्तुओं के फायदों के साथ-साथ उसके दूसरी चीजों के संपर्क में आने वाले प्रभावों के बारे में भी पता चल सके।
कोविड-19 की वजह से बच्चे घर पर ही सुरक्षित रहें। इस बात का खास ध्यान रख कर ही साप्ताहिक टास्क में केवल उन्हीं वस्तुओं पर आधारित रिसर्च करवाई जा रही है, जो उन्हें घर पर ही आसानी से मिल सकें। विभाग की तरफ से शुरू किए गए 'मैं वी विज्ञानिक' गतिविधि को खास बनाने के लिए उन्हें बकायदा बताया जा रहा है कि वे पहले किस-किस घरेलु वस्तु का इस्तेमाल कर सकते हैं। जैसे कि इस बार गतिविधि में उन्हें बताया गया कि एक चम्मच हल्दी पाउडर लें। फिर इसमें थोड़ा पानी मिलाकर पेस्ट बनाएं। सफेद पेपर लेकर उस पर हल्दी लगाएं। फिर उसे सुखा लें। इसके साथ साबुन का घोल और निबू का रस लें। फिर क्रमवार दोनों घोल का इस्तेमाल एक तीली या टुथपिक के साथ हल्दी वाले पेपर में डालें। इसमें स्कूल का नाम, अपना नाम आदि लिखें। इसके जरिए देखें कि किस घोल से हल्दी का रंग बदलता है।
सरकारी हाई स्कूल घोड़ेवाही के शिक्षक लवतार सिंह का कहना है कि शिक्षा विभाग की तरफ से बच्चों में विज्ञानिक सोच को बढ़ाने के लिए यह बेहतरीन प्रयास किया गया है। इसका बच्चों में असर भी दिख रहा है। बच्चे गतिविधियों के जरिए जान भी रहे हैं और खुद मोबाइल पर रिसर्च कर इसकी खूबियों को भी लिख रहे हैं। खुद एक्टीविटी में भाग लेना और उसके बारे में ज्यादा जानने से मिलने वाला ज्ञान बच्चों को सदैव याद रहेगा।