कांग्रेस पार्षद समराय बोले, मास्टर प्लान से पहले वजूद में आईं इमारतें गिराना लोकविरोधी
सफाई कर्मियों के अभाव व बढ़ती गंदगी के चलते खुद झाड़ू उठाने वाले पार्षद जगदीश समयार ने इस बार बि¨ल्डग ब्रांच पर निशाना साधा है।
जागरण संवाददाता जालंधर : सफाई कर्मियों के अभाव व बढ़ती गंदगी के चलते खुद झाड़ू उठाने वाले पार्षद जगदीश समयार ने इस बार बिल्डिंग ब्रांच पर निशाना साधा है। उन्होंने नगर निगम के संयुक्त कमिश्नर राजीव वर्मा को मांगपत्र देकर मांगों के साथ-साथ सुझाव भी दिए। पार्षद समराय ने बताया कि मास्टर प्लान के अस्तित्व में आने से पहले बनी हुई इमारतों पर कार्रवाई करना लोकविरोधी है। इसके लिए वन टाइम सेटेलमेंट पॉलिसी के तहत लोगों को राहत दी जानी चाहिए।
साथ ही, जो रिहायशी व कॉमर्शियल इमारतें खस्ता हो चुकी हैं, उनको बिना रोक-टोक उतनी मंजिल के निर्माण की फिर से बिना किसी शर्त के मंजूरी दी जानी चाहिए। यही नहीं कैबिनेट मंत्री नवजोत सिद्धू द्वारा शहर की जिन बिल्डिंग की रिपोर्ट मांगी गई थी, उनसे बनती वसूली कर रेगुलर करने की घोषणा करनी चाहिए। उन्होंने मास्टर प्लान के तहत निर्माण के लिए 60 फुट सड़क की अनिवार्यता खत्म करके 20 फुट करने की राय भी दी।
उन्होंने कहा कि शहर की अधिकतर इलाकों में इतनी चौड़ी सड़कें ही नहीं है। जिसके चलते निश्चित रूप से कारोबार करने वालों के लिए नई मुसीबत खड़ी हो गई है। इस दौरान उन्होंने कहा कि बिल्डिंग ब्रांच में पहले से ही स्टाफ की कमी चल रही है। ऊपर से निलंबित किए गए अफसरों को बहाल करना चाहिए।
इसी तरह आरटीआइ एक्टिविस्ट द्वारा शहर के विभिन्न इलाकों में इमारतों को लेकर डाली जा रही आरटीआइ व शिकायतों के चलते इन्हें ब्लैकलिस्ट करना चाहिए। इस मौके उनके साथ जिला कांग्रेस के महासचिव अतुल चड्ढा, पवन जाखू व अन्य मौजूद थे।