सरकारी व निजी अस्पतालों में गिरा प्रसव का ग्राफ
कोरोना वायरस की दहशत का असर सरकारी व गैर सरकारी अस्पतालों में होने वाले प्रसव पर भी पड़ा है।
जागरण संवाददाता, जालंधर : कोरोना वायरस की दहशत का असर सरकारी व गैर सरकारी अस्पतालों में होने वाले प्रसव पर भी पड़ा है। पिछले माह के मुकाबले इस माह नॉर्मल व सिजेरियन प्रसव के मामलों में गिरावट दर्ज की गई है। हालांकि महिला रोग माहिर इसे कुदरती बात बताती है।
कोरोना वायरस की दहशत के चलते सिविल अस्पताल आईसोलेशन वार्ड में तबदील कर दिया गया है। वहीं, जच्चा बच्चा सेंटर की सेवाएं अलग इमारत में पहले की तरह चल रही है। इसके बावजूद अस्पताल में होने वाले प्रसव का ग्राफ गिर गया है।
फोगसी की प्रधान डॉ. सुरजीत कौर का कहना है कि इन दिनों निजी अस्पतालों में गर्भवती महिलाओं की ओर से जांच करवाने के मामले काफी कम हो गए है। इन दिनों प्रसव भी कम हुए है। जिले में औसतन 1000 से 1400 के करीब डिलीवरी होती है। गर्भवतियों के होने वाले प्रसव में से 25 से 30 फीसद सिजेरियन दर दर्ज की गई है।
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सरकारी अस्पताल में प्रसव
माह नार्मल सिजेरियन कुल
फरवरी 369 178 547
मार्च 301 162 463
निजी अस्पताल
फरवरी 971 359 1330
मार्च 847 313 1160