कांग्रेस के गले की फांस बनी पीएपी की बंद सर्विस लेन, खुलवाने की कवायद, फैसला आज
पीएपी की बंद हुई सर्विस लेन कांग्रेस के गले की भी फांस बन गई है।
जागरण संवाददाता, जालंधर : महानगर के दो हिस्सों को बांटकर रखने वाली पीएपी की बंद हुई सर्विस लेन कांग्रेस के गले की भी फांस बन गई है। नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एनएचएआइ) जालंधर की इस महत्वपूर्ण रोड को बंद कर दिया गया है, लेकिन लोकसभा क्षेत्र की समस्याओं को केंद्र सरकार के समक्ष उठाने वाले सांसद और कांग्रेस के ही तीन विधायक इस फैसले के खिलाफ एक शब्द नहीं बोले हैं। इस कारण शहर के लोगों में सांसद और शहर के तीन विधायकों के प्रति रोष है। विधानसभा हलका जालंधर सेंट्रल के कांग्रेसी विधायक राजिंदर बेरी इस संबंध में अकेले ही मोर्चा खोले हुए हैं। फिलहाल दिल्ली में हाईवे अथॉरिटी की सोमवार को होने वाली बैठक में इस संबंध में फैसला हो जाएगा।
बेरी ने 15 दिन का अल्टीमेटम देकर पीएपी की सर्विस लेन को दोबारा खुलवाने के लिए 19 फरवरी को धरने की घोषणा कर दी है। सांसद और अन्य तीन विधायक तो बेरी के स्टैंड पर अपनी प्रतिक्रिया भी नहीं दे पाए, लेकिन यूथ कांग्रेस ने बेरी के धरने को अपना समर्थन देने की घोषणा कर दी है। यूथ कांग्रेस के नवनियुक्त जिला अध्यक्ष अंगद दत्ता ने कहा कि वह विधायक बेरी के साथ पीएपी की बंद हुई सर्विस लेन खुलवाने के लिए धरने पर बैठेंगे।
बीते पांच माह से शहरवासी जिस भारी समस्या से जूझ रहे थे, उसे लेकर जनप्रतिनिधि चुप्पी साधे बैठे थे। बेरी की तरफ से लोगों के हक में धरने पर बैठना उन्हें लोगों का भारी समर्थन दिला रहा है। गुरु नानक पुरा, चौगिट्टी, लद्देवाली आदि क्षेत्र के लोग विधायक बेरी के समर्थन में खड़े नजर आने लगे हैं। शहर के अन्य इलाकों में भी बेरी की घोषणा चर्चा का विषय बन गई है। विधायक की धरने की चेतावनी के बाद एनएचएआइ ने पीएपी की बंद पड़ी सर्विस लेन खुलवाने की जिम्मेदारी अब प्रोजेक्ट डायरेक्टर जालंधर को सौंप दी है। आशंका है कि इतने भारी दबाव के बाद एनएचएआइ को यह सर्विस लेन खोलनी पड़ेगी। अक्टूबर 2019 से बंद पड़ी है पीएपी सर्विस लेन
बीते अक्टूबर में दीवाली से ठीक दो दिन पहले पीएपी की बंद हुई सर्विस लेन एक ऐसी समस्या है, जिसने लगभग सारा शहर परेशान है। शहर के भीतर से अमृतसर अथवा जम्मू की तरफ जाने वाले यातायात को पहले पीएपी चौक से रामामंडी फ्लाईओवर तक सर्विस लेन पर जाना पड़ता है और इस सर्विस लेन पर भी अक्सर लंबा ट्रैफिक जाम लगा रहता है। रामा मंडी फ्लाईओवर के नीचे से यू टर्न लेकर वाहन वापस लौटते हैं और फिर पीएपी फ्लाईओवर के ऊपर चढ़ने के लिए हाईवे पर प्रवेश करते हैं। इससे लगभग तीन किलोमीटर लंबा अतिरिक्त रास्ता तय करना पड़ रहा है और साथ ही में लंबा ट्रैफिक जाम भी झेलना पड़ रहा है। जिससे लोगों का भारी आर्थिक नुकसान भी हो रहा है। सर्विस लेन खोलने को संभावित योजना तैयार, दिल्ली में बैठक आज
एनएचएआइ की तरफ से प्रोजेक्ट डायरेक्टर, जालंधर यशपाल सिंह को पीएपी की बंद पड़ी सर्विस लेन खोलने के लिए रैंप अथवा पीएपी रेलवे ओवरब्रिज (आरओबी) को चौड़ा करने संबंधी संभावना तलाशने को कहा गया था। प्रोजेक्ट डायरेक्टर यशपाल सिंह ने तीव्र गति से कार्य करते हुए दोनों ही संभावनाओं के ऊपर अपनी प्रारंभिक रिपोर्ट तैयार कर ली है और वह तैयार किए गए प्लान पर सोमवार को उच्चाधिकारियों के साथ बैठक करने के लिए दिल्ली रवाना हो रहे हैं। संभवत: इस बैठक के दौरान यह तय हो जाएगा कि कैसे बंद की गई सर्विस लेन को दोबारा ट्रैफिक के लिए खोला जा सकता है। इस मुद्दे पर एनएचएआइ के चेयरमैन से हो चुकी है बात : परगट
विधानसभा हलका जालंधर कैंट के विधायक परगट सिंह ने कहा कि वह पीएपी सर्विस लेन खोले जाने के मसले पर एनएचएआइ के चेयरमैन के साथ मुलाकात कर चुके हैं। चेयरमैन के कहने पर ही प्रोजेक्ट डायरेक्टर को सर्विस लेन खोले जाने संबंधी निर्देश जारी हुए थे। इससे पहले वह सचिव पीडब्ल्यूडी के साथ ही इस मसले को डिस्कस कर चुके हैं और एनएचएआइ एवं पीडब्ल्यूडी इस रास्ते को खोले जाने पर एकमत नजर आ रहे हैं।