एक महीने बाद दुबई से घर आया कौशल का शव
दुबई में अपनी जान गंवाने वाले जालंधर के कौशल शर्मा (30) का शव सोमवार को जालंधर पहुंच गया। कौशल के शव को घर लाने में सरबत दा भला चैरीटेबल ट्रस्ट व समाजसेवक डा. एसपी ¨सह ओबराय द्वारा किए गए प्रयासों का सभी ने आभार जताया है।
जागरण संवाददाता, जालंधर
दुबई में जाने देने वाले कबीरनगर के कौशल शर्मा (30 वर्ष) का शव सोमवार को उसके घर पहुंच गया। सरबत दा भला चेरिटेबल ट्रस्ट की मदद से शव पहले दुबई से अमृतसर एयरपोर्ट और फिर वहां से सड़क मार्ग से जालंधर पहुंचा। मंगलवार सुबह 10 बजे हरनामदास पुरा में कौशल का संस्कार किया जाएगा। परिजनों को आशंका है कि कौशल को वाट्सएप पर धमकियों मिल रहीं थीं, इसी कारण उसने सुसाइड कर ली। बता दें कि एक महीने पहले ही कौशल दोबारा दुबई गया था। माता-पिता के निधन के बाद उसे पाल रहे दिव्यांग बड़े भाई काकू को क्या पता था कि अब भाई का शव घर लौटेगा।
10 दिन पहले कौशल के परिजनों ने डिप्टी कमिश्नर व¨रदर कुमार शर्मा से शव वापस भारत लाने की गुहार लगाई थी। संयोगवश उस समय ट्रस्ट के अध्यक्ष डॉ.एसपी ओबरॉय डिप्टी कमिश्नर के पास थे। उसी समय डीसी ने मामले की जानकारी डॉ. ओबरॉय को दी तो उन्होंने कौशल का शव लाने के प्रयास शुरू कर दिए। दुबई में सभी कानूनी औपचारिकता पूरी करने के बाद कौशल का शव सोमवार सुबह अमृतसर एयरपोर्ट पहुंचा। फिर, वहां से सड़क मार्ग से कबीर नगर लाया गया।
कौशल पिछले 2-3 सालों से दुबई में इलेक्ट्रीशियन था। कुछ महीने पहले वह वापस घर आया था। एक महीने पहले ही वह फिर दुबई गया था। जिन लोगों ने कौशल को एक महीने पहले दुबई रवाना किया था, वे उसका शव देखकर शोक में डूब गए हैं। कौशल के माता-पिता की काफी समय पहले मौत हो गई थी। दिव्यांग बड़े भाई काकू ने बड़ी मुश्किलों का सामना कर उसका लालन-पालन किया था। कौशल की मौत से परिजनों पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है।
73 शव विदेश से भारत ला चुका है ट्रस्ट
अमृतसर हवाई अड्डे पर कौशल के पारिवारिक सदस्यों से दुख व्यक्त करते ट्रस्ट के माझा जोन के प्रधान सुख¨जदर ¨सह हेर, महासचिव सुखदीप ¨सह सिद्धू, उपप्रधान मनप्रीत ¨सह संधू व नवनीत ¨सह घई ने बताया कि संस्था अब तक 73 शव विभिन्न देशों से भारत वापस लाकर उनके वारिसों को सौंप चुका है। ट्रस्ट के दोआबा प्रभारी अमरजोत ¨सह ने बताया कि कौशल शर्मा का शव भारत भेजने में भारतीय दूतावास व डॉ. ओबराय के निजी सचिव बलदीप ¨सह चाहल ने अहम भूमिका निभाई है। मृतक के परिवार से भाई रमन कुमार, ममेरे भाई अमनीश शर्मा, पवन कुमार, शुभम जोशी व मामा सोमनाथ ने कौशल शर्मा का शव लाने पर डॉ. ओबराय का आभार व्यक्त किया।