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डीसी थोरी ने कहा, कोरोना के लेवल दो व तीन के मरीजों के बढ़िया इलाज के लिए लेंगे 137 प्राइवेट अस्पतालों का सहयोग

जिलाधीश जालंधर घनश्याम थोरी ने उपमंडल मजिस्ट्रेटों और डिप्टी डायरेक्टर स्थानीय निकाय सरकारें जालंधर की अध्यक्षता में अलग-अलग समितियों का गठन किया।

By Vipin KumarEdited By: Published: Mon, 03 Aug 2020 04:01 PM (IST)Updated: Mon, 03 Aug 2020 04:01 PM (IST)
डीसी थोरी ने कहा, कोरोना के लेवल दो व तीन के मरीजों के बढ़िया इलाज के लिए लेंगे 137 प्राइवेट अस्पतालों का सहयोग
डीसी थोरी ने कहा, कोरोना के लेवल दो व तीन के मरीजों के बढ़िया इलाज के लिए लेंगे 137 प्राइवेट अस्पतालों का सहयोग

जालंधर, जेएनएन। जिले में कोविड -19 के बढ़ रहे मामलों के कारण जिला प्रशासन की तरफ से 137 प्राईवेट स्वास्थ्य संस्थायों को शामिल किया जाएगा जिससे कोविड प्रबंधन नीति के अंतर्गत कोविड के लेवल -2 और लेवल -3 के मरीज़ों के लिए बढि़या इलाज सुविधाओं को यकीनी बनाया जा सके।

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जिलाधीश जालंधर घनश्याम थोरी ने उपमंडल मजिस्ट्रेटों और डिप्टी डायरेक्टर स्थानीय निकाय सरकारें, जालंधर की अध्यक्षता में अलग-अलग समितियों का गठन किया, जो अपने -अपने अधिकार क्षेत्र में निजी अस्पतालों में मौजूद बेडों और बुनियादी ढांचों की उपलबद्धता और सामर्थ्य के बारे में व्यापक रिपोर्ट पेश करेंगे जिससे इनको लेवल -2 और लेवल -3 के मरीजों के इलाज के लिए इस्तेमाल किया जा सके।

डिप्टी कमिशनर के आदेशों अनुसार एसडीएम नकोदर आधिकारियों की टीम के साथ एएनआर न्यूरो अस्पताल, आरती फर्टिलटी सेटर, आस्था न्यूरो सेंटर, एकम अस्पताल, अकाल आई अस्पताल, अलटास अस्पताल, अरमान अस्पताल, अरमान ईएनटी अस्पताल, अमरजीत स्कैनिंग और डायगनोस्टिक सेंटर, आनंद सरजीकल अस्पताल, आनंद ईएनटी अस्पताल और नरसिंग होम, अंकुर अस्पताल, अपैकस अस्पताल, अरोड़ा आई अस्पताल, आशीर्वाद अस्पताल, अशोके न्यूरो अस्पताल, एवीएम लैजर केयर, बल्ल अस्पताल, सफेद अस्पताल, बाठ अस्पताल, बवेजा अस्पताल, बवेजा मेडिकल अस्पताल, बीबीसी हार्ट केयर, बेरी अस्पताल, भार्गव एडवांस गायनी सर्जरी सेंटर, भूटानी चिल्ड्रन अस्पताल, बाउरी अस्पताल, कार्डियोनोवा अस्पताल, सेट्रल अस्पताल और चावला अस्पताल में बेडों और स्वास्थ्यों बुनियादी ढांचों की सामर्थ्य के बारे में जांच करेंगे।
 एसडीएम फिल्लौर आधिकारियों की टीम के साथ चावला नर्सिंग होम और मैटरनिटी अस्पताल, छाबड़ा मैटरनिटी और स्किन अस्पताल, चित्रा अस्पताल, डांग अस्पताल, ढींगरा अस्पताल, दोआबा अस्पताल, दुग्गल आई अस्पताल, गंगा आर्थो केयर अस्पताल, गिन्नीज फर्टिलिटी और सर्जिकल सेंटर, घई अस्पताल, गोयल किडनी क्लीनिक, गार्डीयन अस्पताल, गोल्डन अस्पताल, गुड्डविल अस्पताल, गुरू नानक मेडिकल सेंटर, एचपी अस्पताल, हांडा न्यूरो अस्पताल, हीलिंग टच अस्पताल, धीरे फैमिली अस्पताल, जालंधर नर्सिंग होम, जम्मू अस्पताल, जसविन्दरपाल अस्पताल, यशवंत अस्पताल और काहलों अस्पताल की जांच करेंगे। इसी तरह एस.डी.एम.शाहकोट की तरफ से आधिकारियों की टीम के साथ के.एम.अस्पताल, कमल अस्पताल (किशनपुरा), कमल अस्पताल नकोदर, कपिल अस्पताल, कपूर बोन और चिल्ड्रेन अस्पताल, करन अस्पताल, कटारिया आई और ई.एन.टी.अस्पताल, के.जी.एम. अस्पताल, खोसला अस्पताल, कुलदीप अस्पताल, कुमार अस्पताल, लाजवंती अस्पताल, लाल'स आरथोकेयर सैंटर, लोटस प्लास्टिक सर्ज़री सैंटर, एम.के.अरोड़ा अस्पताल, एम.एम.अस्पताल, महाजन अस्पताल, महाजन आई अस्पताल, मकड़ अस्पताल, मल्होत्रा चिल्ड्रेन और जनरल अस्पताल, मल्होत्रा अस्पताल, मल्होत्रा नरसिंग होम, मान मैटरनिटी अस्पताल, मान मैडीसिटी, मान स्कैनिंग सैंटर, मन्नत अस्पताल, मरकंडा अस्पताल, मायो कलीनिग और मेट्रो अस्पताल में उपलब्ध बैंडों और बुनियादी ढांचे की जांच करेंगे।
इसी तरह डिप्टी डायरैक्टर स्थानीय निकाय सरकारें की तरफ से मॉर्डन अस्पताल, न्यू लाईफ अस्पताल, न्यू रूबी अस्पताल, निपुन्दरा अस्पताल, ओबराए आर्थो और गायनी अस्पताल, पाल अस्पताल, पनसिया वूमैन और हार्ट केयर सेंटर, पसरीचा अस्पताल, पवन अस्पताल और मैटरनिटी होम, पर्ल अस्पताल, पीएमजी चिल्ड्रन अस्पताल, प्राकृतिक अस्पताल, गांधी अस्पताल, राज कमल अस्पताल, राणा अस्पताल, रंधावा चिल्ड्रन अस्पताल, रणजीत अस्पताल, र्यान अस्पताल, सच्चर अस्पताल, सैनी न्यूरो साईकैटरी अस्पताल, संजीवनी अस्पताल, सरीन अस्पताल, सरताज अस्पताल, सावित्रि अस्पताल और मैटरनिटी होम और सुकंतला देवी विज्ज अस्पताल की जांच करेंगे।

सहायक कमिशनर स्टेट टैकस जालंधर -2 शरनजीत अस्पताल, शर्मा आई और मैटरनिटी होम, सिग्मा अस्पताल, सिक्का अस्पताल, सपाईन और आरथो केयर अस्पताल, सुमन मेडिकल सेंटर और अस्पताल, सनराईस ओहरी अस्पताल, तलवाड़ अस्पताल, थिंद आई अस्पताल, वरदान अस्पताल, वेदांता अस्पताल, वर्मा अस्पताल, विक्रम अस्पताल, विर्क इनफरटिलटी अस्पताल, इनोसैंट हार्ट अस्पताल, मिगलानी अस्पताल, ट्रिनिटी अस्पताल, अतुल महाजन चिल्ड्रेन अस्पताल,अरदास अस्पताल, जुल्का आई क्लीनिक, स्टार सुपर सपैशैलिटी और स्वास्तिक मैडीकल सैंटर की जांच करके विस्थारित रिपोर्ट पेश करेंगे। डिप्टी कमिशनर ने बताया कि उपमंडल मजिस्ट्रेट जालंधर -1 और उपमंडल मजिस्ट्रेट जालंधर -2 पहले ही 26 प्राईवेट अस्पतालों के साथ संपर्क में हैं जिनकी तरफ से जिला प्रशासन के साथ एकजुट होकर कोविड-19 के खिलाफ जंग लड़ी जा रही है।


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