अधिकारियों के स्टेशन छोड़ने पर रोक
डिप्टी कमिश्नर व¨रदर कुमार शर्मा ने जिले भर के सभी अधिकारियों को संभावित बाढ़ की स्थिति को देखते हुए जिले के सभी अधिकारियों को स्टेशन छोड़ने पर रोक लगा दी है। डीसी की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि जिले के तीन एसडीएम बाढ़ के हालातों पर लगातार निगाह रखे हुए हैं, किसी भी समय स्थिति विस्फोटक होने पर हर अधिकारी को राहत कार्य के लिए हर समय खुद को तैयार रखने की जरूरत है।
जासं, जालंधर : डिप्टी कमिश्नर व¨रदर कुमार शर्मा ने संभावित बाढ़ की स्थिति को देखते हुए जिले के सभी अधिकारियों के स्टेशन छोड़ने पर रोक लगा दी है। डीसी की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि जिले के तीन एसडीएम बाढ़ के हालातों पर लगातार निगाह रखे हुए हैं। किसी भी समय स्थिति विस्फोटक होने पर हर अधिकारी को राहत कार्य के लिए हर समय तैयार रहना होगा। लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि बाढ़ के कारण सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट, नहरें भी प्रभावित हो सकती हैं। उन पर भी हर समय नजर रखने की जरूरत है साथ ही सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट इस समय पूरी क्षमता के साथ चलाने की जरूरत है।
उन्होंने सभी ब्लॉक पंचायत अधिकारियों व पंचायत अधिकारियों को भी गांवों की स्थिति पर लगातार पैनी नजर रखने को कहा है। उन्होंने कहा कि बाढ़ की स्थिति में अगर पानी को पंप करने की जरूरत पड़ी तो पंचायत अधिकारियों को ग्राम पंचायत की मदद से पंपिग के लिए आगे आना चाहिए। डीसी ने नहरी विभाग को पर्याप्त संख्या में जेसीबी मशीन की उपलब्धता बनाए रखने को कहा है। साथ ही बालू से भरी बोरियां की भी पर्याप्त संख्या में उपलब्धता सुनिश्चित रखने को कहा गया है। साथ ही बाढ़ के हालातों की स्थिति में राहत कैंप कहां लगाए जा सकते हैं, इसकी संभावना तत्काल तलाश लेने को कहा है। उन्होंने एसडीएम को भी कहा है कि संभावित राहत केन्द्रों के लिए स्कूल, धर्मशाला आदि की बि¨ल्डग सूचीबद्ध करने के साथ ही ये भी सुनिश्चित करें कि राहत कैंप बनाए जाने की स्थिति में वहां पीने के पानी की व्यवस्था व बिजली की सप्लाई कैसे सुनिश्चित की जा सकती है। डीसी के निर्देश के बाद एसडीएम-2 परमवीर ¨सह, एसडीएम राजीव वर्मा, एसडीएम व¨रदर पाल बाजवा ने संभावित बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का जायजा लेकर वहां संभावित स्थिति का निरीक्षण किया।