एटीएम व बैंक से Cash निकालने की मिली छूट, सभी पेट्रोल पंप खोले, मजदूरों से घर न लौटने की अपील
सुबह 11 बजे से दोपहर दो बजे तक लोगों को एटीएम पर पैसे निकलवाने की छूट दी जा रही है। जिनके पास एटीएम कार्ड नहीं है वे बैंक जाकर पैसा निकाल सकते हैं।
जालंधर [मनीष शर्मा]। कोरोना वायरस का संक्रमण फैलने से रोकने के लिए लगाए गए कर्फ्यू में जिला प्रशासन ने बड़ी ढील दी है। जिला मजिस्ट्रेट वरिंदर शर्मा ने लोगों को एटीएम से नकदी निकालने के लिए तीन घंटे की छूट दे दी है। जिनके पास एटीएम नहीं है, वे बैंक से पैसा निकाल सकते हैं। साथ ही, जिले के सभी पेट्रोल पंप खोल दिए गए हैं। श्रमिकों और दिहाड़ी मजदूरों से अपने घर न लौटने की अपील करते हुए पूरे इंतजाम का भरोसा दिया जा रहा है।
जिला मजिस्ट्रेट शर्मा ने कहा कि आम जनता की तरफ से मांग आ रही है कि उन्हें सामान खरीदने में परेशानी हो रही है क्योंकि अब सब काम नकदी पर हो रहा है। इसलिए सुबह 11 बजे से दोपहर दो बजे तक लोगों को एटीएम पर पैसे निकलवाने की छूट दी जा रही है। हालांकि उन्हें एक-दूसरे से डेढ़ मीटर की दूरी बनाकर रखनी होगी। उन्हें इसके लिए पैदल जाना होगा। उन्हें कार व मोटरसाइकिल इस्तेमाल नहीं करना दिया जाएगा। यह फैसला अमीर व मध्य वर्ग की सुविधा के लिए लिया गया है। इसके अलावा जो गरीब लोग हैं, वो सीधे बैंकों में जाकर पैसे निकलवा सकते हैं। इसका समय भी सुबह 11 बजे से दो बजे तक हाेगा। जिनके पास एटीएम नहीं है, उन्हें ही बैंक से फायदा मिलेगा। एटीएम वालों को बैंक के अंदर नहीं घुसने दिया जाएगा।
मास्क लगाकर और सैनिटाइजर इस्तेमाल करने के बाद बैंक जा सकेंगे व्यापारी
इसके अलावा व्यापारी व तेल कंपनियों के पास बड़ी मात्रा में पैसा आ रहा है और उन्हें बैंक में जमा कराना है या फिर उन्हें दूसरे राज्यों से सामान मंगवाने के लिए पेमेंट करनी है, उसके लिए वो 11 से दो बजे तक बैंक में जा सकते हैं। हालांकि इस दौरान उन्हें मास्क व सैनिटाइजर इस्तेमाल करने के साथ डेढ़ मीटर के गोले में खड़े रहना होगा। बैंक व एटीएम के दरवाजे को भी लगातार सैनिटाइज करना होगा।
पेट्रोल पंप पर मौजूद रहेगा केवल एक कारिंदा
अब जिले के सभी पेट्रोल पंप खोल दिए गए हैं। हर पेट्रोल पंप पर एक ही कारिंदा मौजूद होगा। इसका पास डीएफएससी से मिलेगा। जरूरी वस्तुओं की सप्लाई करने वाली गाड़ियाें को यहां से तेल मिल सकेगा। आम लोगों को यह छूट नहीं होगी और अगर किसी ने वहां बाहर भीड़ लगी तो उस पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। अखबारों की कोई गाड़ी या हॉकर को किसी भी जगह नहीं रोका जाएगा।
मजदूर जहां हैं, वहीं जरूरी वस्तुएं उपलब्ध करवाई जाएंगी ः डीसी
जिला मजिस्ट्रेट वरिंदर शर्मा ने कहा कि अन्य राज्यों से आए मजदूरों ने पंजाब की अर्थव्यवस्था में बड़ा योगदान दिया है। अब वो इस मुश्किल घड़ी में पैदल अपने घर लौट रहे हैं। यह पंजाब के माथे पर कलंक है। हमने डेरा ब्यास व अन्य संस्थाओं के साथ बात की है। इसके लिए कैंप बनाया जा रहा है। जहां उन्हें खाने की चीजें उपलब्ध कराई जाएंगी और उनकी सेहत का भी ध्यान रखा जाएगा। अगर मजदूर पैदल उत्तर प्रदेश या बिहार जाते हैं तो भूख व पैदल चलने से सेहत खराब होगी और घर भी बीमारी लेकर जाएंगे। वे अपने बच्चों की सुरक्षा के लिए पंजाब में ही रहें। पुलिस व प्रशासन उनके साथ संपर्क में है। खाने की समस्या है तो एसडीएम, तहसीलदार, एसएचओ से संपर्क करें। मजदूर जहां हैं, उन्हें वहां ही जरूरी वस्तुएं उपलब्ध कराई जाएंगी।
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