रिश्वतखोरी होगी बेनकाब, आरटीए दफ्तर पर CCTV Camera से नजर रखेंगे डिप्टी कमिश्नर
तीन कैमरे लगा दिए गए हैं जबकि बाकी के लिए जगह तलाश की जा रही है। डीसी दफ्तर के नाजर महेश कुमार ने कहा कि आगामी एक-दो दिन में यह काम पूरा कर लिया जाएगा।
जालंधर, जेएनएन। एजेंटों के दबदबे व रिश्वतखोरी के लिए बदनाम आरटीए दफ्तर पर अब डिप्टी कमिश्नर नजर रखेंगे। दफ्तर में कौन आ रहा है और कौन जा रहा है, इसकी पूरी रिकॉर्डिंग होगी। इसके लिए आरटीए दफ्तर के अंदर व बाहर सात सीसीटीवी कैमरे लगाए जा रहे हैं। तीन कैमरे लगा दिए गए हैं जबकि बाकी के लिए जगह तलाश की जा रही है। डीसी दफ्तर के नाजर महेश कुमार ने कहा कि आगामी एक-दो दिन में यह काम पूरा कर लिया जाएगा। इसके बाद इन्हें डीसी ऑफिस की एलईडी से जोड़ दिया जाएगा। जहां इस दफ्तर की हर गतिविधि सीधे नजर आती रहेगी।
किसकी सीट, कौन कर रहा काम, सब दिखेगा
डीसी वरिंदर शर्मा के आदेश पर कैमरे आरटीए दफ्तर के बाहर के साथ क्लर्कों के बैठने वाली जगह पर भी लगाए जाएंगे। इसमें यह देखा जा सकेगा कि दिन भर कौन दफ्तर में गया और कौन बाहर आया। कोई एक व्यक्ति कितनी बार अंदर गया और किसके पास गया। इसके अलावा क्लर्क अपनी सीट पर बैठा है या नहीं। अगर नहीं बैठा तो उसकी जगह पर कौन काम कर रहा है। सीसीटीवी कैमरे इस हिसाब से लगाए जा रहे हैं कि हर आने-जाने वाले का चेहरा उसमें रिकॉर्ड हो सके। इससे नियमित तौर पर आने वाले एजेंटों व उनसे साठगांठ करने वाले कर्मचारियों के चेहरे बेनकाब होंगे। वहीं, जो क्लर्क फरलो मारकर अपनी कुर्सी पर नहीं बैठते और लोगों को एजेंटों के हाथों लुटने को मजबूर करते हैं, उनका भी पता चल जाएगा।
जिला प्रशासकीय कांप्लेक्स में आरटीए दफ्तर के मेन गेट के बाहर सीसीटीवी कैमरा लगाता कर्मचारी।
मोबाइल पर भी देख सकेंगे डीसी
आरटीए दफ्तर में लगाए जा रहे सीसीटीवी कैमरों की रिकॉर्डिंग सिर्फ डीसी के दफ्तर में ही नहीं बल्कि उनके मोबाइल पर भी चलेगी। इससे वो जब चाहें, आरटीए दफ्तर के कामकाज को देख सकेंगे। देर शाम सीसीटीवी कैमरे लगने का पता चलते ही क्लर्कों में हड़कंप मच गया और एजेंट भी इसकी पड़ताल में जुट गए कि कैमरे लगाने का क्या मकसद है। हालांकि प्रशासन की तरफ से अभी अधिकारिक स्तर पर इस बारे में कुछ नहीं कहा जा रहा है।
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