पराली जलाने से सेहत के साथ-साथ मिट्टी के पौष्टिक तत्व भी हो जाते हैं नष्ट : डीसी
डीसी ने कहा कि श्री गुरु नानक देव जी के 550 वें प्रकाश पर्व पर पंजाब में देश-विदेश से श्रद्धालु आ रहे हैं उनका स्वागत स्वच्छ पर्यावरण से करें ताकि वह पंजाब की यादें लेकर जा सकें।
जालंधर, जेएनएन। धान की पराली को जलाने से खेत और सेहत को काफी नुकसान पहुंचता है। खेत की मिट्टी के पौष्टिक तत्व नष्ट हो जाते हैं लोगों की सेहत खराब हो जाती है। यह बातें शुक्रवार को डिप्टी कमिश्नर व¨रदर कुमार शर्मा ने कृषि विभाग की ओर से पराली को संभालने के लिए जागरूकता संदेश देने वाली छह वैनों की रैली हरी झंडी दिखाकर रवाना करने से पहले कही। उन्होंने बताया कि इसकी वजह से खेत बंजर होने लगते है और फसल के झाड़ को बढ़ाने के लिए खादों की अधिक जरूरत पड़ती है।
जागरूकता वैन गांव-गांव जाकर ऑडियो संदेश तथा पंफलेट के माध्यम से लोगों को जागरूकता का पाठ पढ़ाएंगी। उन्होंने कहा कि श्री गुरु नानक देव जी के 550 वें प्रकाश पर्व पर पंजाब में देश-विदेश से श्रद्धालु आ रहे हैं उनका स्वागत स्वच्छ पर्यावरण से किया जाए ताकि वह पंजाब की यादें अपने साथ लेकर जा सके। मुख्य कृषि अधिकारी नाजर सिंह ने बताया कि विभाग की ओर से किसानों को सब्सिडी पर मशीनरी मुहैया करवाई जा रही है और उसके फायदे से पराली को आग से बचाया जा सकता है। किसान धान की कटाई व पराली की संभाल के लिए जिले में 189 सहकारी सभाएं तथा 220 मशीनरी सेवा केन्द्र स्थापित किए गए है। इसके अलावा जागरूकता के लिए धार्मिक स्थलों से भी संदेश जारी हो रहे है।
इस मौके पर डॉ. नरेश गुलाटी, इंजीनियर भगवंत सिंह कलसी, सुरिन्दर सिंह, दिलबाग सिंह सौहल, कर्ण सिंह, सुरजीत सिंह, विक्रम सूद, रमेश चंद्र, सुरजीत सिंह के अलावा विभाग के अन्य अधिकारी मौजूद थे।
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