वर्तमान समय में अखबार निभा रहे हैं सामाजिक जिम्मेदारी
नेशनल प्रेस डे पर डीएवी यूनिवर्सिटी में 'मीडिया के सामाजिक दायित्व और आज के संदर्भ में इसका महत्व' विषय पर डिबेट करवाई गई। शुभारंभ डीएवी यूनिवर्सिटी के वीसी डॉ. आरके महाजन, दैनिक जागरण के स्थानीय संपादक पंजाब अमित शर्मा, वरिष्ठ समाचार संपादक विजय गुप्ता, पत्रकार रमन मीर ने ज्योति प्रज्ज्वलित करके किया।
जागरण संवाददाता, जालंधर : नेशनल प्रेस डे पर डीएवी यूनिवर्सिटी में 'मीडिया के सामाजिक दायित्व और आज के संदर्भ में इसका महत्व' विषय पर डिबेट करवाई गई। शुभारंभ डीएवी यूनिवर्सिटी के वीसी डॉ. आरके महाजन, दैनिक जागरण के स्थानीय संपादक पंजाब अमित शर्मा, वरिष्ठ समाचार संपादक विजय गुप्ता, पत्रकार रमन मीर ने ज्योति प्रज्ज्वलित करके किया।
संबोधित करते हुए डीएवी यूनिवर्सिटी के वीसी डॉ. आरके महाजन ने कहा कि समय के साथ-साथ मीडिया में कई बदलाव आए हैं। एक समय में रेडियो में प्रसारित होने वाला गीतमाला प्रोग्राम, दूरदर्शन पर चित्रहार व सप्ताह में एक बार दिखाई जाने वाली फिल्म मनोरंजन के साधन थे। वर्तमान समय में अखबारों, रेडियो व ऑनलाइन संसाधनों में इंफोरमेंशन की बाढ़ आई हुई है। बदलते समय के साथ फेक न्यूज से निपटना जरूरी हो गया है। मीडिया की समाज की ओर जिम्मेवारी बढ़ गई है।
वहीं, दैनिक जागरण के स्थानीय संपादक पंजाब अमित शर्मा ने कहा कि मीडिया भी कंज्यूमरिज्म की चपेट में आ चुका है। किसी अन्य उत्पाद की तरह ही, मीडिया को भी डिमांड के हिसाब से बदलाव लाने पड़ रहे हैं। इस बदलाव संबंधी बीएजेएमसी की स्टूडेंट पारुल राणा ने सवाल किया की ऐसे में मीडिया समाज में बदलाव कैसे ला पाएगा। इसका जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि न्यूजपेपर्स अपनी सामाजिक जिम्मेदारी निभा रहे हैं। हाल ही में स्टबल बर्निग (पराली न जलाने) के बारे में जागरूक किया है।
दैनिक जागरण के वरिष्ठ समाचार संपादक विजय गुप्ता ने बताया कि आजादी की मुहिम में मीडिया सोशियो-पॉलीटिकल जिम्मेवारी उठाए हुए थे। देश के आजाद होने के मीडिया ने अपना फोकस सोशियो-इक्नॉमिक डवलपमेंट पर रखा था। एमबीए की विद्यार्थी यशस्वी राज शर्मा ने प्रश्न किया कि ओपिनियन खबर पर हावी हो रहे हैं। इसके जवाब में विजय गुप्ता ने बताया कि अगर ऐसा होने से समाज पर नेगेटिव असर नहीं पड़ रहा तो इसमें भी बुराई नहीं है।
वहीं, पत्रकार रमन मीर ने कहा कि वर्तमान समय में अखबारें जिम्मेवारी से अपना काम कर रही हैं। अखबारें जल्दी में लिखा गया इतिहास है। मीडिया कठिन दौर से गुजर रहा है। कंटेंट डिमांड के हिसाब से बदल रहा है। सीरियस जर्नलिज्म या कंटेंट देने वाला मीडिया ही लंबे दौर तक टिक पाएगा।
इस दौरान बीए जेएमसी के विद्यार्थी आशीष ठाकुर, शिवांगी, प्रियंका जरयाल, गुरतेज ¨सह, प्रितपाल ¨सह ने मीडिया की सोशल जिम्मेवारी चर्चा पर भाग लिया। इस अवसर पर यूनिवर्सिटी के यूनिकोम न्यूज पेपर का विमोचन भी किया गया। मौके पर यूनिवर्सिटी की रजिस्ट्रार डॉ. सुषमा आर्या, गीता कश्यप, असिस्टेंट प्रो. एचके ¨सह व अन्य स्टाफ सदस्य उपस्थित थे।