अलावलपुर में पिस्तौल दिखा भट्ठा मालिक की क्रेटा ले गए लुटेरे, दो दिन पहले ही खरीदी थी
चरणजीत ने बताया बिना नंबर की क्रेटा में से जो युवक निकले थे उनके मुंह पर नकाब नहीं था। दोनों की उम्र करीब 24-25 साल थी। एक ने गर्म टोपी पहनी थी।
जालंधर/आदमपुर, जेएनएन। अलावलपुर में सोमवार दोपहर को लुटेरों ने गन प्वाइंट पर ईंट भट्ठा मालिक चरणजीत की ब्रांड न्यू कार लूट ली। शहर के मोता सिंह नगर निवासी चरणजीत सिंह ने बताया कि उन्होंने शुक्रवार को ही नई क्रेटा कार निकलवाई थी। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस ने वारदात की जगह के पास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली तो उसमें क्रेटा गाड़ी नजर आ रही थी। मंगलवार को चरणजीत सिंह से पहचान करवाई जाएगी कि उनकी गाड़ी कौन सी है और लुटेरे किस तरह की गाड़ी में आए थे।
चरणजीत सिंह ने बताया कि वे सोमवार को किसी काम से आदमपुर गए थे। वहां से करीब सवा तीन बजे वे अपने भट्ठे की ओर निकले। करीब 3.55 बजे वह अपने भट्ठे के पास पहुंचे तो एक मोड़ पहले ही उन्होंने अपनी गाड़ी साइड पर लगाई और लॉक कर मूत्र त्याग करने चले गए। इसी बीच वहां बिना नंबर की एक क्रेटा आई, जो पहले रुकी और फिर थोड़ी आगे चली गई। दो पल बाद ही क्रेटा वापस आई, जिसमें से दो लोग बाहर निकले। एक ने उनको गन प्वाइंट पर लिया और चाबी छीन ली। इसके बाद वह उनकी गाड़ी भगा ले गए। उनका फोन भी गाड़ी में ही था, जो लुटेरे साथ ले गए।
घटना के बाद एसपी इन्वेस्टीगेशन सरबजीत सिंह, आदमपुर थाना इंचार्ज नरेश जोशी मौके पर पहुंचे और अज्ञात लुटेरों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी।
एक लुटेरे ने दो बार कहा- गोली मार दें
चरणजीत ने बताया बिना नंबर की क्रेटा में से जो युवक निकले थे, उनके मुंह पर नकाब नहीं था। दोनों की उम्र करीब 24-25 साल थी। एक ने गर्म टोपी पहनी थी। लुटेरों ने उनसे चाबी मांगी तो उन्होंने विरोध जताया। इस पर एक लुटेरे ने पिस्तौल पकड़े लुटेरे को कहा कि, 'जे चाबी नई दिंदा तां मार दे गोली एसनूं'। डर कर उन्होंने चाबी उन्हें पकड़ा दी। इसके बाद जैसे ही ही लुटेरे गाड़ी लेकर निकलने लगे तो उन्होंने जेब में रखे दूसरे रिमोट से डिग्गी खोल दी, जिससे गाड़ी में पड़ा सामान गिर गया। लुटेरे फिर से भड़क गए और एक ने बाहर निकल कर फिर साथी से कहा 'ऐहने डिग्गी जान के खोली ए, हुण ता गोली मार दे'। यह सुन कर वह पीछे हो गए। इसके बाद लुटेरे गाड़ी में बैठकर निकल गए।
चरणजीत ने बताया कि लुटेरों के जाने के बाद उन्होंने पुलिस को फोन करने की सोची। जेब में हाथ डाला तो पता चला कि मोबाइल गाड़ी में ही साथ चला गया। उन्होंने पास ही स्थित एक करियाना स्टोर पर जाकर उसके फोन से पुलिस को सूचित किया।
अलावलपुर में ही आ रही चरणजीत के मोबाइल की लोकेशन
लुटेरे चरणजीता का मोबाइल अलावलपुर के पास ही कहीं छोड़ गए। पुलिस ने मोबाइल लोकेशन ट्रेस की तो अलावलपुर और साथ लगते गांव के बीच में आ रही थी। देर रात तक पुलिस मोबाइल पर फोन कर रही थी तो उसकी घंटी बज रही थी। इससे यह साफ होता है कि लुटेरे मोबाइल नहीं ले गए, नहीं तो फोन स्विच ऑफ होता।
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