Corona effect : जालंधर में कोरोना से मरने वालों में हाइपरटेंशन के मरीजों की संख्या सबसे ज्यादा
Corona effect कोरोना काल में हाइपरटेंशन के मरीजों की टेंशन काफी बढ़ गई है। कारण कोरोना से मरने वालों में अधिकतर मरीज हाइपरटेंशन के शिकार हैं।
जालंधर, जगदीश कुमार। Corona effect : कोरोना काल में हाइपरटेंशन के मरीजों की टेंशन काफी बढ़ गई है। कारण, कोरोना से मरने वालों में अधिकतर मरीज हाइपरटेंशन के शिकार हैं। ऐसे में अब निजी व सरकारी अस्पतालों में हाइपरटेंशन का इलाज व फॉलोअप करवाने वाले मरीजों का ग्राफ बढ़ा है। शुगर व हाइपरटेंशन वाले मरीजों की रोग प्रतिरोधक शक्ति कमजोर होने के कारण ही कोरोना इनके लिए खतरनाक साबित हो रहा है।
दरअसल, जिले में कोरोना से पहली मौत चार अप्रैल 2020 को हुई थी और अब ये आंकड़ा 240 तक पहुंच गया है। मरने वालों में हाइपरटेंशन व शुगर के अलावा किडनी व दिल की बीमारियों वाले मरीज भी काफी संख्या में शामिल हैं। डॉ. रिशी कुमार आर्य कहते हैं कि हाइपरटेंशन, शुगर, कैंसर व किडनी के मरीजों के लिए कोरोना घातक है। ऐसे लोगों के शरीर के सेल वायरस से होने वाले नुकसान की भरपाई नहीं कर पाते, जिससे इंफेक्शन की दर बढ़ जाती है। इसके बाद फेफड़े जकड़ने लगते हैं और इन बीमारियों के साथ कोरोना भी मरीज की मौत का कारण बन जाता है।
ग्लोबल अस्पताल के डायरेक्टर डॉ. धीरज भाटिया कहते हैं कि कोरोना काल में शुगर, हाई बीपी व किडनी से जुड़ी बीमारियों के मरीज इलाज के लिए अस्पताल का रुख कर रहे हैं। ज्यादातर मरीज तो फोन पर ही फॉलोअप कर दवाइयों के बारे में पूछ रहे हैं, जबकि इससे पहले मरीज काफी लंबे समय बाद फॉलोअप के लिए आते थे।
ये रखें सावधानियां
-पुरुषों की कमर 38 व महिलाओं की 32 इंच से कम हो।
- बॉडी मास इंडेक्स (बीएमआइ) 18.5 से 24.9 के बीच हो।
- धूम्रपान छोड़ने का प्रयास करें।
- सामान्य भार बरकरार रखें।
- मानसिक तनाव कम करे।
- शरीर को आराम भी दें।
- शराब के सेवन पर नियंत्रण रखे।
- नमक (1.5 ग्राम प्रतिदिन) व वसा युक्त खाद्य पदार्थो का सेवन कम करें।
- आचार, पापड़ तथा चटनी से परहेज करे।
- रोजाना कम से कम 30-40 मिनट कसरत करें या पैदल चलें।
- पौष्टिक आहार लें। - खाना पकाने में कम तेल उपयोग करें। - ताजे फलों का सेवन अधिक करे।