शिक्षकों की नहीं लगेगी कोविड ड्यूटी, बच्चों की पढ़ाई प्रभावित होने से बचाने के लिए लिया फैसला
कोरोना काल के दौरान स्कूल और कॉलेज बंद होने के चलते ज्यादातार शिक्षकों की कोरोना से बचाव के लिए लोगों को जागरूक करने व अन्य कामों के लिए ड्यूटी लगाई गई है।
जालंधर, जेएनएन। कोविड-19 की वजह से शिक्षा संस्थान चार महीने से बंद पड़े हुए हैं। शिक्षक ऑनलाइन शिक्षा दे रहे हैं और बच्चे घर से ही पढ़ाई कर रहे हैं। ऐसे में बहुत से विषयों के शिक्षक क्वारंटाइन सेंटरों, हेल्पलाइन सेंटर, डीसी आफिस सहित अन्य कई केंद्रों पर ड्यूटी दे रहे है। जिससे बच्चों की पढ़ाई भी प्रभावित हो रही है। इसलिए एससीईआरटी की तरफ से राज्य भर के जिला शिक्षा अधिकारियों को आदेश निकाल कर शिक्षकों की ड्यूटी न लगाने के लिए कहा गया है।
इन आदेशों के अनुसार कहा गया है कि अगर प्रशासन की तरफ से ड्यूटी के लिए स्टाफ मांगा जाता है तो वोकेशनल शिक्षक और नॉन टीचिंग स्टाफ की ही ड्यूटी लगाई जाए। जिससे विषयों के शिक्षक बच्चों की पढ़ाई की तरफ ध्यान केंद्रित कर सकेंगे और उनकी पढ़ाई का समय भी बर्बाद नहीं होगा। इसलिए इन आदेशों पर तुरंत कार्रवाई करें।
शिक्षकों की शिकायतों को ध्यान में रखते हुए लिया फैसला
कोविड केयर सेंटरो में करीब चार महीने से 300 शिक्षक अपनी सेवाएं दे रहे हैं। ऑनलाइन शिक्षा न दे पाने और कोविड सेंटरों मैं ड्यूटी देने वाले शिक्षकों ने अधिकारियों के समक्ष अपनी परेशानी रखी थी। जिसके चलते ही एससीईआरटी डायरेक्टर की तरफ से शिक्षकों की परेशानी को देखते हुए ही यह फैसला लिया है। शिक्षा अधिकारियों से कहा है कि विभाग का ऑनलाइन शिक्षा और असेसमेंट सर्वे का काम प्रभावित न हो इसलिए व्यवस्था को सुनिश्चित किया जाए।