पीएपी फ्लाइओवर की दीवारों पर बनी 'बहादुरी की मिसाल-कुसुम' ग्रैफिटी पेंटिंग, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ मुहिम की ब्रांड एंबेसडर घोषित
30 अगस्त को मोटरसाइकिल सवार लुटेरों ने कुसुम से मोबाइल फोन छीनने की कोशिश की थी। कुसुम स्नैचर के साथ भिड़ गई थी। हाथ पर दातर मारे जाने के बाद भी उसने लुटेरों को छोड़ा नहीं और उसे नीचे गिया दिया था।
जालंधर, जेएनएन। दातर लिए मोबाइल स्नैचर से भिड़कर उसे काबू करने वाली 15 साल की कुसुम की बहादुरी को जिला प्रशासन ने एक बार फिर सलाम किया है। बुधवार को जिला प्रशासन ने कुसुम एक ग्रैफिटी पेंटिंग रिलीज करवाई और उसे बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ मुहिम के तहत ब्रांड एंबेसेडर घोषित किया। बता दें कि जिला प्रशासन पहले कुसुम का नाम राष्ट्रीय बहादुरी पुरस्कार के लिए भेज चुका है।
डिप्टी कमिश्नर घनश्याम थोरी ने बताया कि पीएपी फ्लाईओवर वाली दीवारों पर कुसुम को समर्पित ग्रैफिटी की पेंटिंग करवाई गई है। इन पेंटिंग्स में कुसुम की बड़ी-बड़ी तस्वीरें बनाई गई हैं। इन पर 'बहादुरी की मिसाल-कुसुम' लिखा गया है। उन्होंने कहा कि कुसुम दूसरी लड़कियों के लिए भी आदर्श के तौर पर उभर रही है।
यूं स्नैचर से भिड़ गई थी बहादुर कुसुम
लाला जगत नारायण डीएवी मॉडल स्कूल की 8वीं की छात्रा कुसुम से गत 30 अगस्त को मोटरसाइकिल सवार लुटेरों ने मोबाइल फोन छीनने की कोशिश की थी। मोबाइल छीनने के बाद कुसुम स्नैचर के साथ भिड़ गई थी। हाथ पर दातर मारे जाने के बाद भी उसने लुटेरों को छोड़ा नहीं और नीचे गिया दिया। बाद में उसे आसपास के लोगों की मदद से काबू कर लिया गया। सारी वारदात सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई थी। इसका वीडियो देश भर में वायरल हो गया था। बता दें कि पुलिस प्रशासन की ओर से कुसुम को वित्तीय सहायता और प्रशंसा पत्र भी दिया जा चुका है। पुलिस कमिश्नर गुरप्रीत सिंह भुल्लर ने पिछले दिनों कुसुम को एक स्मार्टफोन भी दिया था।