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पार्षदों व अफसरों को सदबुद्धि मिले, इसके लिए चर्चित कांग्रेस पार्षद ने निगम में कराया हवन

माडल टाउन वार्ड नंबर 26 से कांग्रेस पार्षद रोहन सहगल ने कहा कि निगम के इन दिनों हालात बहुत अच्छे नहीं है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 27 Oct 2018 02:08 PM (IST)Updated: Sat, 27 Oct 2018 02:08 PM (IST)
पार्षदों व अफसरों को सदबुद्धि मिले, इसके लिए चर्चित कांग्रेस पार्षद ने निगम में कराया हवन
पार्षदों व अफसरों को सदबुद्धि मिले, इसके लिए चर्चित कांग्रेस पार्षद ने निगम में कराया हवन

जागरण संवाददाता, जालंधर : पार्षदों और सभी अफसरों को सदबुद्धि मिले और निगम में भ्रष्टाचार समाप्त हो, इसके लिए पार्षद रोहन सहगल ने हवन करा डाला। उन्होंने शुक्रवार को निगम कार्यालय के मेन इंट्री गेट के बिल्कुल ठीक सामने हवन किया। इस दौरान उनके साथ कुछ समर्थक भी मौजूद रहे जिन्होंने हवन में आहूतियां डालीं। पार्षद ने कहा कि अफसरों और पार्षदों में हुए विवाद के बाद निगम कार्यालय की शुद्धि हो और भ्रष्टाचार समाप्त हो इसलिए भी हवन कराया जाना बेहद जरूरी था।

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पार्षद ने कहा कि नगर निगम में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा। माडल टाउन वार्ड नंबर 26 से कांग्रेस पार्षद रोहन सहगल ने कहा कि निगम के इन दिनों हालात बहुत अच्छे नहीं है। मेरे समेत सभी पार्षदों व अफसरों को सदबुद्धि मिले इसके लिए शुद्धि करानी जरूरी थी और शुद्धि के लिए हवन कराया जाना जरूरी था। दोपहर करीब 12 बजे पार्षद रोहन सहगल अपने कुछ समर्थकों सहित पहुंचे और हवन किया।

कमिश्नर छुट्टी पर होने के चलते मौजूद नहीं थे। पर अधिकांश विभागों के मुलाजिम कार्यालयों में ही मौजूद थे। जबकि मेयर चंडीगढ़ में कांग्रेस की ओर से सीबीआई कार्यालय के बाहर लगाए गए धरने में शामिल होने गए हुए थे। हवन के दौरान कांग्रेस पार्षद प्रभदयाल भगत हालांकि, निगम कार्यालय में मौजूद थे पर वो हवन में शामिल नहीं हुए और न ही उन्होंने अपने साथ पार्षद द्वारा हवन किए जाने संबंधी कोई टिप्पणी ही की। हवन पूरा होने के बाद पार्षद ने सभी विभागों के मुलाजिमों में प्रसाद भी दिया। मेयर बोले, रोहन की परेशानी का कारण उन्हें नहीं पता

मेयर जगदीश से रोहन सहगल द्वारा हवन कराने के संबंध में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि वे समझ नहीं पा रहे हैं कि रोहन सहगल क्यों परेशान हैं। मेयर ने कहा कि उन्होंने एलईडी मामले में शिकायत की, तो उस मामले में जांच कराई जा रही है। निकाय मंत्री खुद इस मामले में जांच करवा रहे हैं। रोहन सहगल क्या चाहते हैं, क्यों परेशान हैं, यह उनकी समझ से परे है। हालांकि, इतना तय है कि वे किसी तनाव में हैं। रोहन बोले, जब एक हजार में एलईडी लाइट मिलती हैं तो दस हजार का प्रस्ताव क्यों

भ्रष्टाचार के संबंध में पूछने पर रोहन सहगल ने कहा कि उन्होंने 274 करोड़ रुपये के एलईडी प्रोजेक्ट में घोटाला पकड़ा। उसकी जांच हो रही है। पर अब निगम के अफसर फिर इसी तरह की गलती करने जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि दिवाली पर पार्षदों को जो एलईडी लाइटें दी जानी हैं उनकी खरीद के लिए निगम के अफसरों ने 8 से 10 हजार रुपये प्रति लाइट का प्रस्ताव बनाकर सरकार को भेजा है। जबकि किसी भी दुकान से करीब एक हजार रुपये में एलईडी लाइट खरीदी जा सकती है। 89 लाख में 2300 एलईडी लाइटें खरीदी जाएंगी : एसई

वहीं, एसई ओएंडएम किशोर बांसल ने कहा कि 2300 लाइटें करीब 89 लाख रुपये में खरीदने का एस्टीमेट बनाया गया है। उन्होंने कहा कि इसमें लाइट के अलावा तार, ब्रैकेट, क्लंप आदि पूरा सामन भी शामिल है। जहां भी पार्षद की ओर से जगह बताई जाएगी वहां लाइट फिट करवा दी जाएगी। हालांकि, उन्होंने कहा कि एस्टीमेट पर अभी कमिश्नर की मंजूरी लेनी बाकि है। इसके बाद टेंडर कराए जाएंगे। हवन से पार्टी में बढ़ सकती है नाराजगी

निगम में कांग्रेस की सत्ता होने के बावजूद कांग्रेस के ही पार्षद द्वारा निगम का माहौल ठीक करने और पार्षदों एवं अफसरों की सदबुद्धि के लिए हवन कराने को लेकर कांग्रेस में पार्षद के प्रति नाराजगी बढ़ सकती है। कांग्रेस के एक पार्षद से रोहन सहगल द्वारा कराए गए हवन के संबंध में बात करने पर कहा कि कहीं कुछ गड़बड़ नहीं है। गड़बड़ रोहन सहगल के साथ ही है। कांग्रेस पार्षद का कहना था कि वो इतनी ही उम्मीद कर सकते हैं कि हवन से रोहन सहगल को सदबुद्धि आ जाए। वहीं, निगम हाउस में भाजपा के उप नेता सुशील शर्मा ने कहा कि बात-बात पर पूर्व मेयर व अकाली-भाजपा गठबंधन पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाने वाले कांग्रेस के नेताओं को उन्हीं के पार्षद ने आइना दिखा दिया है। यह पब्लिसिटी स्टंट है: ज्योति

रोहन सहगल द्वारा हवन कराए जाने के संबंध में पूर्व मेयर सुनील ज्योति ने कहा कि यह ठीक बात है कि निगम के हालात इस समय बेहद खराब हैं। हालांकि उन्होंने रोहन सहगल के हवन कराने को पब्लिसिटी स्टंट करार दिया। कहा कि रोहन ने हवन करवाकर अपनी ही पार्टी पर सवाल खड़े किए हैं। निगम को मेयर चलाता है, इतनी सी समझ किसी को भी होती है।


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