Coronavirus Vaccination : जालंधर में कोवैक्सीन की 120 डोज बची, कोविशील्ड खत्म, आज सेंटरों पर दिखेंगे ताले
जालंधर में सोमवार रात कोविशील्ड की एक हजार डोज आने के बाद मंगलवार को सिविल अस्पताल के नर्सिंग स्कूल में कोविशील्ड व अन्य सेंटरों में कोवैक्सीन लगी। सेंटर भले ही 13 बनाए गए लेकिन सभी पर सुबह ही लाइनें लग गई।
जागरण संवाददाता, जालंधर। जालंधर में लोगों के उत्साह के आगे वैक्सीन कम पड़ रही है। वैक्सीन की कमी होने पर हर दूसरे दिन सेंटरों पर ताले लगाने पड़ते हैं। बुधवार को भी सभी सेंटर बंद रहेंगे क्योंकि सेहत विभाग के पास कोवैक्सीन की महज 120 डोज बची है और कोविशील्ड का स्टाक जीरो है। सोमवार रात कोविशील्ड की एक हजार डोज आने के बाद मंगलवार को सिविल अस्पताल के नर्सिंग स्कूल में कोविशील्ड व अन्य सेंटरों में कोवैक्सीन लगी। सेंटर भले ही 13 बनाए गए लेकिन सभी पर सुबह ही लाइनें लग गई।
सिविल में मंगलवार दोपहर करीब 1.30 बजे सारा स्टाक खत्म होने से लाइनों में खड़े करीब सवा सौ लोगों को निराश लौटना पड़ा। कुल 13 सेंटरों में 3900 लोगों को टीका लगा। सिविल अस्पताल आए समर का कहना है कि एक महीना हो गया, कभी वैक्सीन आती है तो कभी नहीं। पहले ही बता देना चाहिए कि कब-कब वैक्सीन आएगी।
इधर चार पाजिटिव रिपोर्ट: दो साल के एक बच्चे सहित चार कोरोना के मरीज रिपोर्ट किए गए। कोई भी महिला पाजिटिव नहीं आई और न ही किसी की मौत हुई। 10 मरीज स्वस्थ हुए। थाना चार से मुलाजिम, अवतार नगर, राज नगर व कन्नीयां कलां से एक-एक मरीज आया।
ईएसआइ अस्पताल की बिजली गुल, मरीजों के पसीने छूटे
ईएसआइ अस्पताल में बिजली गुल होने से धरना प्रदर्शन कर रहे डाक्टरों के पसीने छूटे। डाक्टर कम रोशनी में ही सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते रहे। उमस की वजह से थोड़ी देर में ही हांफने लगे। धरने के उपरांत डाक्टरों ने नई सरकारी सर्विस ज्वाइन करने वाले उम्मीदवारों के मेडिकल भी गर्मी और कम रोशनी में बैठकर किए। वार्ड में दाखिल मरीजों को भी पिछले करीब 12 घंटे से बिजली संकट से पैदा हुई परेशानियों से जूझना पड़ा। इमरजेंसी में इमरजेंसी लाइट से काम चलाया। वहीं आफिस के कामकाज के अलावा एक्सरे तथा लैब की सेवाएं भी प्रभावित रहीं। अस्पताल की एमएस डा. सुधा शर्मा ने बताया कि पावर काम की तकनीकी खराबी के कारण बिजली कट लगा रहा। पावरकाम ने वैकल्पिक व्यवस्था कर बिजली सुचारू ढंग से चला दी है।